Uttar Pradesh

मलिहाबादी दशहरी और सियाना के चौसा के स्वाद को सिंगापुर, दुबई, अमेरिका व यूके में मिलेगी पहचान

लखनऊ, 31 मई 2025:

यूपी के स्वादिष्ट आम अब सिंगापुर, दुबई, सऊदी अरब, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को तैयार हैं। इसके मद्देनजर लखनऊ के रहमानखेड़ा स्थित आईसीएआर-केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (CISH) में लखनऊ की मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब की अगुवाई में शुक्रवार को ‘एक्सपोर्टर-ग्रोअर्स बिजनेस मीट-2025’ का आयोजन किया गया।

इस दौरान मंडलायुक्त ने राज्य में आम निर्यात को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्तरीय नोडल सेंटर स्थापित करने और हॉर्ट-नेट पोर्टल पर किसानों के पंजीकरण में सहायता के लिए मंडी परिषद को वन स्टॉप सेंटर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों को पश्च-फसल प्रबंधन और समुद्री मार्गों के माध्यम से निर्यात तकनीकों की सुविधा आम उत्पादकों को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।

CISH के निदेशक डॉ. टी दामोदरन ने बताया कि संस्थान लखनऊ की दशहरी और सियाना (बुलंदशहर) के चौसा आम की किस्मों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने के लिए तकनीकी व लॉजिस्टिक सहायता देगा। इसके तहत लखनऊ और सियाना में निर्यात-उन्मुख क्लस्टर विकसित किए गए हैं, जहां किसान उच्च गुणवत्ता वाले आमों का उत्पादन कर रहे हैं।

एपीडा की महाप्रबंधक विनीता सुधांशु ने निर्यात प्रक्रियाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वैश्विक मानकों के अनुरूप आमों को तैयार कर उनके लिए नए बाजार खोले जा रहे हैं। लखनऊ के सीडीओ अजय जैन ने बताया कि लखनऊ, अमरोहा और सहारनपुर के पैक हाउस पूरी तरह चालू और आमों के प्रसंस्करण व निर्यात के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों को भारतीय रेलवे, होटल श्रृंखलाओं और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे Zepto, BigBasket, Blinkit के साथ जोड़ा जा रहा है ताकि विपणन के नए अवसर सृजित किए जा सकें।

कार्यक्रम में Next On Foods (पुणे), Berrydale Foods (मुंबई), Fair Group (मुंबई), Lulu Exports, Asia Shipping (मुंबई), Meta Agro (लखनऊ) समेत कई प्रमुख निर्यातक शामिल हुए और आम निर्यात के लिए अपनी तत्परता जताई। एफपीओ, एफपीसी, स्वयं सहायता समूह (SHGs) और प्रगतिशील किसान भी इस आयोजन में शामिल हुए। सभी ने मिलकर यूपी के आमों की वैश्विक पहचान को और सशक्त बनाने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम के दौरान मंडलायुक्त ने वातानुकूलित मंडी का औचक निरीक्षण भी किया। व्यापारियों ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने बताया कि वर्ष 2022 से अब तक मंडी में नीलामी के जरिए 67 दुकानें आवंटित की गईं, लेकिन मलिहाबाद चौराहे पर अस्थायी मंडी के कारण वे कारोबार नहीं कर पा रहे हैं। इस पर मंडलायुक्त ने सख्ती दिखाई। वहीं, अस्थायी मंडी के व्यापारियों ने कहा कि साल भर का उनका कारोबार केवल सालाना आम सीज़न पर निर्भर करता है।

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