नई दिल्ली, 18 जुलाई 2025
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने रूस से तेल आयात करने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि अगर रूसी आपूर्ति पर द्वितीयक प्रतिबंध भी लगाए जाते हैं तो भारत वैकल्पिक स्रोतों से अपनी जरूरतें पूरी कर सकता है।
पुरी ने स्पष्ट किया कि इस संबंध में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी स्थिति का सामना करेंगे। वह गुरुवार को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत ने अपने संसाधनों में काफी सुधार किया है और जहां वह पहले 27 देशों से तेल खरीदता था, वहीं अब उसने इसका विस्तार 40 देशों तक कर दिया है।
उनका मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल उपलब्ध होने से कीमतों में और कमी आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ब्राजील, गुयाना और कनाडा से विश्व बाजार में तेल आएगा। इस बीच, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से भारत सबसे ज्यादा रूस से तेल खरीद रहा है।
नाटो प्रमुख की चेतावनी :
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने नाटो प्रमुख मार्क रूट की रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोगों की ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करना उनकी पहली प्राथमिकता है। इस संदर्भ में, उन्होंने कहा, हम बाज़ार के कारकों और मौजूदा वैश्विक स्थिति से निर्देशित होते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कोई ठोस मानक नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि हम नाटो प्रमुख की टिप्पणियों पर कड़ी नज़र रख रहे हैं। वह नाटो प्रमुख की इस टिप्पणी पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे कि अगर वे रूस से तेल और गैस खरीदना जारी रखते हैं, तो चीन, ब्राज़ील और रूस पर 100 प्रतिशत प्रतिबंध लगा दिए जाएँगे।