जबलपुर, 14 नबंवर 2024
जबलपुर में एक बार फिर किसान खाद के लिए परेशान हो रहे हैं यानी बौनी का समय आते ही फिर से खाद की किल्लत शुरू हो गई है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक खाद विक्रय केंद्रों में किसानों की कतारें लग रही हैं, पाटन ओर पनागर के बाद अब सिहोरा से भी एक तस्वीर सामने आई जिसमें सरकार की डबल लॉक गोदाम के बाहर किसानों ने अपने आधार कार्ड लाइन से लगा कर रखे हैं। सैकड़ों किसान खाद के लिए गोदाम के बाहर खड़े हैं. कुछ ऐसे ही तस्वीर पनागर ब्लॉक से सामने आई थी। कुछ इसी तरह कटंगी में किसानों ने सड़क पर जाम लगा दिया था, लेकिन किसान कितना भी हल्ला मचा ले उन्हें डीएपी मिलने वाला नहीं है।
जिला प्रशासन ने किसानों को डीएपी वितरण के लिए लॉटरी का सहारा लेना शुरू कर दिया है। सरकार व प्रशासन सभी किसानों को सरकार डीएपी उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। इसलिए अब किसाने की लॉटरी निकाली जाएगी. लॉटरी के जरिए ही खाद दिया जाएगा। वहीं, किसान संगठनों का कहना है कि केंद्र सरकार ने सब्सिडी घटा दी और देश में पर्याप्त मात्रा में डीएपी ना होने की वजह से यह संकट खड़ा हुआ है। इसका खमियाजा आम जनता को महंगा अनाज खरीद कर चुकाना होगा। बहरहाल अब जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने जबलपुर में कृषि विभाग के अधिकारियों और खाद विक्रेताओं से मीटिंग की इसमें डीएपी के वितरण को लेकर एक अनोखी व्यवस्था बनाई गई है, जिसमें किसानों को लॉटरी के जरिए डीएपी दिया जाएगा मतलब जिस किसान की किस्मत अच्छी होगी, उसे डीएपी मिलेगा और जिसकी किस्मत खराब होगी उसे डीएपी नहीं मिल पाएगा।