Bihar

Kishanganj: दिघलबैंक प्रखंड के कटहलबाड़ी में रहस्यमय बीमारी से तीन बच्चों की मौत, ग्रामीणों में हड़कंप

किशनगंज, बिहार, 1 नवंबर, 2024

बिहार के किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड के कटहलबाड़ी में रहस्यमय बीमारी से गाँव में दहशत का माहौल है। अब तक इस बीमारी से 3 बच्चों की मौत हो गई हैं। वही एक बच्चा गंभीर रूप से कोमा में चला गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए, किशनगंज के जिला पदाधिकारी विशाल राज ने स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम के साथ गांव का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे शांत रहें और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। वहीं जिला स्वास्थ्य समिति और प्रशासन ने तुरंत स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया, जहाँ मृत बच्चों के सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेज दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सैंपल की विस्तृत जांच के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल, मौत का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन संक्रामक रोग या अन्य संभावित कारणों पर जांच की जा रही है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम विगत दो दिनों से गांव में मौजूद है और सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा हैं। लोग इसे जादू टोना बता रहे है।

एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि एक ही परिवार के 3 बच्चों की मौत हुई है, वहीं, चौथे बच्चे को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। डर के माहौल में परिजन द्वारा बच्चें को घर ले जाया गया। वहीं घर पहुँचते ही फिर बच्चे की हालत बिगड़ गई जिसे स्वास्थ्य जांच के दौरान बच्चे की स्थिति ठीक नहीं पाई गई, जिसके बाद चिकित्सकों की टीम ने उसे बेहतर उपचार के लिए एंबुलेंस से आईजीएमएस (IGIMS) रेफर किया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने परिवार से आग्रह किया है कि बच्चे की स्थिति पर विशेष ध्यान दें और तुरंत इलाज कराएं।

जिला पदाधिकारी ने अफवाहों से बचने की अपील की
इस घटना के बाद, जिला पदाधिकारी विशाल राज ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे किसी प्रकार की अफवाहों से बचें और स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखें। उन्होंने कहा कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए हैं और किसी भी पैनिक की जरूरत नहीं है। विशेष रूप से, उन्होंने अभिभावकों से बच्चों की देखभाल करने, साफ-सफाई बनाए रखने, और खान-पान में सावधानी बरतने का आग्रह किया।

सिविल सर्जन ने सतर्कता बरतने की अपील की
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि किसी बच्चे की तबीयत खराब होती है तो तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या सदर अस्पताल में संपर्क करें। गांव में दो दिनों से कैंप कर रही मेडिकल टीम ने सभी बच्चों का चेकअप किया है और परिवारों को किसी भी स्वास्थ्य समस्या के संकेत को नज़रअंदाज़ न करने की सलाह दी है।

स्थिति पर जिला प्रशासन की पैनी नजर
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इस दुखद घटना के बाद, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने गांव में अतिरिक्त सतर्कता बरती है और लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि मृत्यु के कारणों की गहन जांच की जा रही है, और जल्द ही स्थिति को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। वहीं बता दे कि इससे पूर्व भी कुलीकोट थाना क्षेत्र के चमकीया भीट्टा गांव में भी रहस्यमय बीमारी से एक ही परिवार की दो बच्चियों की मौत हो गई थी। बच्चों को गले मे दर्द होता था, फिर गले मे जकड़न हो जाता था उसके बाद मौत हो जाती थी।

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