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नेटफ्लिक्स-वॉर्नर डील पर क्यों नाराज हुए ट्रम्प? जानिए क्या अब एक ही प्लेटफॉर्म चलाएगा पूरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री

नेटफ्लिक्स की यह डील अब तक की सबसे बड़ी खरीद है, जिसमें वह 72 बिलियन डॉलर में वॉर्नर ब्रदर्स डिस्कवरी के स्टूडियोज और HBO को अपने साथ जोड़ रहा है

बिजनेस डेस्क, 8 दिसंबर 2025 :

वैश्विक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स द्वारा हॉलीवुड के दिग्गज स्टूडियो Warner Bros. Discovery (WBD) को खरीदने का ऐलान होते ही अमेरिकी राजनीति और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में हलचल मच गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस मल्टी-बिलियन डॉलर डील को बाजार के लिए खतरा बताते हुए इस पर गंभीर चिंता जताई है। उनका कहना है कि नेटफ्लिक्स का मार्केट शेयर पहले से ही अत्यधिक बड़ा है, और यह अधिग्रहण मीडिया इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा को कमजोर कर सकता है। ट्रम्प ने साफ कहा कि वे इस सौदे से जुड़े अंतिम फैसले में सीधे तौर पर शामिल रहेंगे।

फेडरल अथॉरिटी पहले ही इस डील की एंटीट्रस्ट जांच कर रही है, ताकि यह परखा जा सके कि मर्जर से OTT बाजार में असंतुलन तो नहीं पैदा होगा। हॉलीवुड में भी इस सौदे का विरोध बढ़ रहा है और कई संगठन इसे मनोरंजन उद्योग में खतरनाक कंसोलिडेशन की शुरुआत मान रहे हैं।

क्या है 72 बिलियन डॉलर की डील?

कंपनी ने बोर्ड मीटिंग के बाद पुष्टि की कि नेटफ्लिक्स 72 बिलियन डॉलर (करीब ₹6.47 लाख करोड़) में वॉर्नर ब्रदर्स डिस्कवरी के फिल्म और टीवी स्टूडियोज, HBO और HBO Max को खरीद रहा है। हालांकि CNN, Discovery और अन्य लीनियर टीवी नेटवर्क इस अधिग्रहण में शामिल नहीं होंगे। WBD इन नेटवर्क्स को अलग इकाई ‘Discovery Global’ बनाकर सौदे से पहले अलग कर देगा। यह डील नेटफ्लिक्स की सबसे बड़ी खरीदारी कही जा रही है। पेमेंट का बड़ा हिस्सा कैश में होगा और कुछ भाग नेटफ्लिक्स के शेयरों के जरिए दिया जाएगा। वॉर्नर की बिक्री के लिए डिज्नी, कॉमकास्ट, अमेज़न और पैरामाउंट स्काईडांस की ओर से भी बोली लगाई गई थी, लेकिन नेटफ्लिक्स ने सबसे ऊंची ऑफर देकर बाजी मार ली।

ट्रम्प ने क्यों दी दोहरी प्रतिक्रिया?

ट्रम्प ने कहा कि यह डील मीडिया लैंडस्केप को हिला सकती है और OTT दिग्गजों की बढ़ती शक्ति उपभोक्ताओं के हितों के खिलाफ जा सकती है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी एक प्लेटफॉर्म का अत्याधिक शक्तिशाली होना बाजार के लिए अच्छा संकेत नहीं है। इसके बावजूद, ट्रम्प ने नेटफ्लिक्स के को-सीईओ टेड सारंडोस की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने “फिल्मों के इतिहास में बेहतरीन काम किया है।” पूर्व में भी ट्रम्प कई बड़े मर्जर-अधिग्रहण में दखल दे चुके हैं, और नेटफ्लिक्स-वॉर्नर डील पर उनका सक्रिय रूप से शामिल होना इसे और विवादास्पद बना देता है। उद्योग विशेषज्ञ मानते हैं कि व्हाइट हाउस की नजरें इस सौदे पर बनी रहेंगी।

नेटफ्लिक्स को मिलेगा 10,000+ टाइटल्स का खजाना

इस डील से वॉर्नर ब्रदर्स के करीब 10,000 से ज्यादा फिल्में और शोज नेटफ्लिक्स की लाइब्रेरी में आ जाएंगे। इससे प्लेटफॉर्म का वास्तविक मार्केट शेयर 40% के ऊपर जा सकता है, जो एंटीट्रस्ट एजेंसियों के मुताबिक गंभीर मुद्दा है। वॉर्नर के चेयरमैन डेविड जसलेव ने कहा कि नेटफ्लिक्स के साथ आने से उनकी क्रिएटिविटी को “ग्लोबल स्केल पर नया मंच” मिलेगा। वहीं नेटफ्लिक्स 2026 तक वॉर्नर की IP का इस्तेमाल करते हुए 50 नए ओरिजिनल शोज का प्लान बना रहा है। कंपनी एशिया और भारत जैसे बाजारों में तेजी से विस्तार करना चाहती है, जहां वर्तमान में 5 करोड़ से अधिक यूजर्स सक्रिय हैं।

कैसा होगा स्ट्रीमिंग बाजार का भविष्य?

मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह मर्जर स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री को नया आकार देगा। कंसॉलिडेशन बढ़ेगा, लेकिन रेगुलेशन और सख्त हो सकते हैं। यदि फेडरल अथॉरिटी डील को हरी झंडी देती है, तो दर्शकों को विशाल कंटेंट लाइब्रेरी का फायदा मिलेगा। लेकिन अगर ट्रम्प की एंटीट्रस्ट चिंताएं सही पाई गईं, तो सौदा रुक या बदल सकता है। इतिहास में यह मर्जर OTT और हॉलीवुड दोनों के लिए सबसे बड़ा शेकअप साबित हो सकता है-जहां एक ओर नेटफ्लिक्स अपनी पकड़ मजबूत करेगा, वहीं छोटे स्टूडियो और थिएटर चेन पर दबाव बढ़ सकता है।

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