
नई दिल्ली, 26 जून 2025
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कायम हुए सीजफायर को लेकर श्रेय लेने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से अपना वही पुराना राग दोहराया है। दरअसल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को नीदरलैंड के हेग में आयोजित नाटो शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। इस आयोजन के दौरान मीडिया से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बात फिर से दौहराई और कहा – रूस-यूक्रेन और इजरायल-ईरान के बीच तनाव समेत दुनिया में कई युद्ध की स्थितियों को रोका है और उन्हें शांतिपूर्ण तरीकों से सुलझाया है। साथ ही उन्होंने एक बार फिर अपनी पुरानी टिप्पणी की कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति को रोका था। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं को कई फोन कॉल किए और उन्हें चेतावनी दी, ‘यदि आप एक-दूसरे के साथ युद्ध करते हैं, तो अमेरिका कोई व्यापार समझौता नहीं करेगा।’ उन्होंने कहा कि यही कारण है कि दोनों देशों ने शांति का रास्ता चुना है और उन्होंने परमाणु युद्ध को रोका है।
इस बीच, ज्ञात हो कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। इस हमले के प्रतिशोध में भारत सरकार ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से पाकिस्तानी आतंकवादी शिविरों पर हमले शुरू किए। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। हालांकि, 10 मई को दोनों देशों ने घोषणा की कि वे संघर्ष विराम समझौते पर पहुंच गए हैं। उस समय ट्रंप ने कहा था कि उनके नेतृत्व में यह हासिल हुआ है, लेकिन भारत ने इससे इनकार किया। पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अपने भारतीय अधिकारी को फोन किया और उनसे शत्रुता रोकने का अनुरोध किया।
वहीं इस मामले में कांग्रेस पार्टी ने ट्रंप की ताजा टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस ने एक्स के मंच से मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह 18वीं बार है जब ट्रंप ने ऐसी टिप्पणियां की हैं। कांग्रेस ने मोदी पर आरोप लगाया कि वे अपने स्वार्थ के लिए देश को बंधक बनाने से भी नहीं हिचकते। हालांकि, ट्रंप की ताजा टिप्पणियों पर न तो मोदी सरकार और न ही सत्तारूढ़ भाजपा नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया दी है।






