देहरादून, 24 जून 2025:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में राज्य के हर जिले में दो-दो आदर्श गांव विकसित करने की घोषणा की। यह पहल मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट मॉडल की तर्ज पर की जाएगी, जिसका उद्देश्य गांवों का समग्र सामाजिक व आर्थिक विकास और आजीविका संवर्द्धन सुनिश्चित करना है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन गांवों में कृषि, बागवानी, पशुपालन, मौनपालन, डेयरी विकास और मशरूम उत्पादन जैसे संभावनाशील क्षेत्रों को बढ़ावा दिया जाए। इसके साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल जैसी सभी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। गांवों को स्थानीय स्तर पर उत्पादित सौर ऊर्जा से रोशन करने और स्थानीय उत्पादों के विपणन की व्यवस्था करने पर भी विशेष जोर दिया गया।
बैठक में सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” विजन को आगे बढ़ाते हुए “विकसित उत्तराखंड” के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अधिकारियों को पूरी तत्परता और प्रतिबद्धता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्गों पर कानून-व्यवस्था को सख्ती से लागू करने और अवांछित गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
सीएम ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर घोषित दो स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन के लिए उपयुक्त स्थानों की जल्द पहचान कर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नए डेस्टिनेशन विकसित करने पर भी प्राथमिकता से कार्य करने को कहा गया, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिल सकें।
बैठक में हनोल और जागेश्वर के मास्टर प्लान, हरिपुर कालसी घाट निर्माण तथा यात्रा मार्गों से जुड़े गांवों में होमस्टे योजना को विस्तार देने पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने इन योजनाओं को अल्पकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक रणनीतियों के तहत क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, धीराज गर्ब्याल, अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी भी उपस्थित रहे।