
मुंबई | 20 अप्रैल 2025
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव होने के संकेत मिल रहे हैं। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के बीच रिश्ते सुलझते दिख रहे हैं। दोनों भाइयों के बीच पुराने मतभेदों को भुलाकर साथ आने की संभावना जताई जा रही है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने इस पर बयान देते हुए कहा कि अभी तक कोई आधिकारिक गठबंधन नहीं हुआ है, लेकिन भावनात्मक स्तर पर बातचीत चल रही है।
संजय राउत ने कहा, “राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे भाई हैं, और हमारा संबंध आज भी बरकरार है। अगर महाराष्ट्र के हित में साथ आना पड़े तो आपसी मतभेद दूर किए जा सकते हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे से मिलने के लिए कोई शर्त नहीं रखी है।
राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में इस वक्त जो राजनीतिक हालात हैं, उसमें राज्य की एकता और मराठी स्वाभिमान की रक्षा के लिए सभी समान सोच वाले नेताओं को एक मंच पर आना चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ सत्ताधारी दल महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं और मराठी संस्कृति को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि वो छोटे-मोटे मतभेदों को भुलाने को तैयार हैं। वहीं, राज ठाकरे ने भी मराठी अस्मिता और राज्य के विकास को प्राथमिकता देने की बात कही थी।
दोनों नेताओं के इन बयानों को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में उद्धव और राज ठाकरे फिर एक मंच पर आ सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव होगा और आगामी चुनावों में इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है।






