
लखनऊ, 12 अगस्त 2025:
यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विधानसभा में फतेहपुर जिले के आबूनगर इलाके में मंदिर-मकबरा विवाद को लेकर हुई घटना का मुद्दा गूंजा। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने मामले को उठाते हुए आरोप लगाया कि फतेहपुर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
सपा विधायक अतुल प्रधान ने आरोप लगाया कि फतेहपुर में अशांति आम जनता ने नहीं, बल्कि प्रशासन और भाजपा नेताओं ने फैलायी। वहीं, कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि घटना से सात दिन पहले एक नेता ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली और तय समय पर घटना को अंजाम दिया गया, लेकिन सरकार आरोपी नेता को बचा रही है।
मंत्री सुरेश खन्ना ने जवाब में कहा कि सरकार हिंसा का समर्थन नहीं करती। मामले में 10 नामजद और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सभी को न्यायिक प्रक्रिया के तहत दंड मिलेगा। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट सपा विधायक वेल में धरने पर बैठ गए, जिससे सदन में हंगामे का माहौल बन गया।






