लखनऊ, 11 दिसंबर 2025:
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision-SIR) प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए इसकी समय सीमा बढ़ा दी है। यह राहत उन छह राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को दी गई जहां अपेक्षित संख्या में फार्म जमा नहीं हो पाए थे। उत्तर प्रदेश भी इन्हीं राज्यों में शामिल है। प्रदेश में फार्म जमा करने की गति उम्मीद से कम है।
जानकारी के अनुसार तमिलनाडु और गुजरात में दस्तावेज जमा करने की अंतिम तिथि अब 14 दिसंबर तय की गई है। वहीं मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के लिए नई अंतिम तिथि 23 दिसंबर निर्धारित की गई है। उत्तर प्रदेश में SIR प्रक्रिया की समय सीमा सबसे अधिक बढ़ाकर 26 दिसंबर 2025 कर दी गई है।

यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा के मुताबिक SIR के दौरान 17.7% फार्म अभी तक जमा नहीं हुए। इसके चलते भारत निर्वाचन आयोग से अतिरिक्त समय की मांग की गई थी। आयोग ने इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए यूपी को दो सप्ताह की अतिरिक्त मोहलत प्रदान की है जिससे पुनरीक्षण कार्य व्यवस्थित तरीके से पूरा किया जा सके।
संशोधित कार्यक्रम के अनुसार यूपी में अब 26 दिसंबर 2025 तक गणना अवधि चलेगी। निर्वाचन नामावलियों का प्रारंभिक प्रकाशन 31 दिसंबर 2025 को किया जाएगा। दावे और आपत्तियां दर्ज कराने की अंतिम तिथि 30 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है। इसके बाद 31 दिसंबर से 21 फरवरी 2026 तक सभी दावों और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा।
आखिरकार उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 28 फरवरी 2026 को जारी होगा। चुनाव आयोग के इस निर्णय से राज्य के लाखों मतदाताओं और निर्वाचन कर्मियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। साथ ही मतदाता सूची को अधिक सटीक और अद्यतन बनाने में भी यह कदम महत्वपूर्ण साबित होगा।






