लखनऊ, 31 जुलाई 2025:
यूपी में स्कूलों के विलय (पेयरिंग) को लेकर जारी विरोध के बीच योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य में 1 किलोमीटर से अधिक दूरी वाले और 50 से अधिक नामांकित छात्रों वाले स्कूलों का मर्जर नहीं किया जाएगा। जिन स्कूलों की पेयरिंग इन मानकों के विरुद्ध हुई है, उनका विलय एक सप्ताह के भीतर समाप्त कर दिया जाएगा।
इस निर्णय की घोषणा लखनऊ में प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया को पारदर्शिता के साथ जल्द पूरा किया जाएगा। अभिभावकों की आपत्तियों का समाधान जिले स्तर पर बने विशेष सेल के माध्यम से किया जाएगा।
मंत्री ने दावा किया कि 2017 के बाद से प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि पहले स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव था लेकिन अब सरकारी स्कूलों में बेहतर वातावरण और सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस वर्ष ही 27.53 लाख नए बच्चों का नामांकन हुआ है।
मंत्री ने कहा कि किसी भी शिक्षक का पद समाप्त नहीं होगा और सभी स्वीकृत पद यथावत रहेंगे। साथ ही भविष्य में छात्र संख्या बढ़ने पर खाली स्कूलों का उपयोग किया जाएगा। इन स्कूलों में बाल वाटिका के माध्यम से प्री-प्राइमरी शिक्षा की शुरुआत की जाएगी।
उन्होंने बताया कि अब तक 20182 शिक्षकों का समायोजन उनकी सहमति से किया गया है। पेयरिंग से संबंधित किसी भी समस्या को लेकर अभिभावक बीएसए कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं, जिनका समाधान एक सप्ताह में किया जाएगा। राज्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि शिक्षकों की नई भर्ती भी रुकेगी नहीं और राज्य में छात्र-शिक्षक अनुपात को संतुलित करने के लिए जल्द ही नई भर्तियां की जाएंगी।