लखनऊ, 27 अप्रैल 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में रोडवेज बसों से डीजल चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। कैसरबाग बस अड्डे पर यूपी के बहराइच डिपो की एक बस से डीजल चोरी करते हुए संविदा चालक और एक खरीदार को रंगे हाथ पकड़ा गया। रोडवेज अधिकारियों की शिकायत पर वजीरगंज कोतवाली की पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे हुआ डीजल चोरी का खुलासा
कैसरबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक योगेंद्र सेठ के मुताबिक शनिवार को बुकिंग क्लर्क आमिर जावेद ड्यूटी पर जा रहे थे। उन्होंने देखा कि बहराइच डिपो की बस अन्य बसों के विपरीत दिशा में खड़ी है। शक होने पर जब वह पास पहुंचे तो पाया कि डालीगंज निवासी परवेज आलम 50 लीटर की पिपिया में बस से डीजल निकाल रहा था। बस का संविदा चालक शरीफ अहमद भी मौके पर मौजूद था।
पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा
सूचना मिलते ही अवध डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक सत्यनारायण चौधरी भी मौके पर पहुंचे और दोनों आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि बस चालक दो वर्षों से डीजल चोरी कर रहा था। इस दौरान उसने करीब 1.80 लाख लीटर डीजल चोरी कर करीब 1.26 करोड़ रुपये में बेच दिया था।
… इसलिए पकड़ में नहीं आती डीजल चोरी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे बसों से डीजल चोरी कर लखनऊ व अन्य जिलों में बेचते थे। चोरी का खुलासा न हो, इसके लिए चालक बस को खाली चलाते थे और औसत डीजल खपत सामान्य बनाए रखते थे। यात्री कम होने पर बस का डीजल औसत भी सामान्य दिखता था, जिससे चोरी का संदेह नहीं होता था।