विजय पटेल
रायबरेली, 3 दिसंबर 2025:
यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के सरकार बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन जमीनी हकीकत इन दावों को बार-बार कटघरे में खड़ा कर देती है। ताजा मामला राजधानी लखनऊ से सटे जनपद रायबरेली जिला अस्पताल का है जहां एम्बुलेंस न मिलने के कारण एक गंभीर रूप से घायल बच्चे को उसके पिता को ठेला रिक्शा पर लादकर अस्पताल पहुंचना पड़ा।

इस घटना ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति को उजागर कर दिया है। जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र के मोहद्दीनपुर निवासी प्रियांशु सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया था। हादसे के बाद परिजन पहले उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उसे तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
असली परेशानी यहीं से शुरू हुई। बच्चे के पिता ने एम्बुलेंस के लिए लगातार तीन बार 108 नंबर पर कॉल किया। परिजनों का आरोप है कि हर बार यही जवाब मिला कि एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है। मजबूरी में पिता को घायल बेटे को ठेला-रिक्शा पर लेकर जिला अस्पताल पहुंचना पड़ा। रास्ते में बच्चे को परेशानी होती रही जबकि उसके पिता और आसपास के लोग बेबस नजर आते रहे।
घटना का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों में नाराजगी देखी गई। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया है और पूरे प्रकरण की जांच के निर्देश दिए गए हैं। यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का चेहरा उजागर करने के उन सरकारी दावों पर भी सवाल उठाती है जो बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का वादा करते हैं।






