
देहरादून, 17 जुलाई 2025:
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में कौशल विकास और श्रम विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान राज्य के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण व रोजगार से जोड़ने के लिए संबंधित सभी विभागों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य सचिव को सचिवों के साथ बैठक कर इस दिशा में ठोस रणनीति तैयार करने को कहा।
सीएम ने कौशल विकास को इन्क्यूबेशन व ग्रोथ सेंटरों से जोड़ने के निर्देश देते हुए कहा कि हर जनपद में स्थानीय युवाओं को प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, कारपेंटर व मिस्त्री जैसे कार्यों के लिए गुणवत्ता युक्त प्रशिक्षण दिया जाए। उद्योगों की मांगों और भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नए प्रशिक्षण कोर्स तैयार करने के साथ प्रशिक्षण केंद्रों में अत्याधुनिक मशीनें, प्रयोगशालाएं व स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना की जाए।
उन्होंने कहा कि हर जिले की पारंपरिक पहचान को ध्यान में रखते हुए युवाओं को कौशल विकास से जोड़ा जाए। साथ ही, ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण बढ़ाया जाए और सभी कुशल श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत लाया जाए। बाल श्रम के खिलाफ भी मुख्यमंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए इसके उन्मूलन के लिए लक्षित पुनर्वास योजनाएं जल्द तैयार करने और बड़े जनपदों में विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।
सीएम धामी ने महिला स्वरोजगार को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष कौशल विकास केंद्र स्थापित करने और दूरदराज क्षेत्रों में “स्किल ऑन व्हील्स” वैन शुरू करने का निर्देश भी दिया। इसके साथ ही उन्होंने हेल्थकेयर व हॉस्पिटैलिटी क्षेत्रों में युवाओं को विदेशों में रोजगार दिलाने हेतु संबंधित देशों के भारतीय दूतावासों से समन्वय बनाकर कार्य करने और दून विश्वविद्यालय के सहयोग से विदेशी भाषाओं के प्रशिक्षण कोर्स संचालित करने पर जोर दिया।
बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य के 27 आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं को अब दो वर्षीय पाठ्यक्रम के तहत एक वर्ष संस्थान और एक वर्ष उद्योगों में प्रशिक्षण मिलेगा, जिसके लिए केंद्र सरकार से सहमति प्राप्त हो गई है। अन्य पांच आईटीआई के लिए भी प्रक्रिया चल रही है।
सीएम ने निर्देश दिया कि कौशल विकास विभाग आगामी 10 दिनों में यह स्पष्ट करे कि अब तक कितने युवाओं को कौशल विकास व रोजगार से जोड़ा गया है, और भविष्य के लिए क्या दीर्घकालिक योजना है। इस बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव श्रीधर बाबू अदांकी, सी रविशंकर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।






