
देहरादून, 21मार्च, 2025:
उत्तराखंड बीजेपी में इन दिनों सियासी उठापटक जारी है। हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट में मंत्री रहे प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे प्रदेश संगठन में बड़े बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को बदले जाने की चर्चा तेज हो गई है। उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार से पहले प्रदेश अध्यक्ष बदला जा सकता है। इसे लेकर दिल्ली में बीजेपी हाईकमान कसरतों में जुटा हुआ है।
कैबिनेट विस्तार से पहले एलान की संभावना
उत्तराखंड बीजेपी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष को राज्यसभा भेजा गया है। उनकी नई जिम्मेदारी के बाद से ही बीजेपी में नये प्रदेश अध्यक्ष की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। अब एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार से पहले नये प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान हो सकता है। इसके लिए मंथन चल रहा है।
बयानों से कई बार विवादों में घिरे महेंद्र भट्ट
बता दें उत्तराखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पिछले कई दिनों से विवादों में हैं। पहले वे बयानों से विवादों में रहते थे।आजकल वे अपने बेटे के भूमि सौदे को लेकर सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर लगातार विपक्ष महेंद्र भट्ट को घेरने में लगा रहता है। महेंद्र भट्ट के बयान भी उन्हें विवादित बनाते हैं। हाल में उन्होंने सड़क ‘छाप’ वाला बयान दिया। जिसके कारण उनकी जमकर किरकिरी हुई। इससे पहले वे बद्रीनाथ विधानसभा चुनाव के दौरान भी जमकर ट्रोल हो चुके हैं।
महिला नेतृत्व को तरजीह देने की भी रणनीति, कई अहम नाम दौड़ मे शामिल
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी इस बार उत्तराखंड में महिला नेतृत्व को तरजीह दे सकती है। वरिष्ठ पत्रकार नीरज कोहली के अनुसार, बीजेपी ने हाल ही में दिल्ली में रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाकर सबको चौंकाया है। इसी तरह, उत्तराखंड में भी पार्टी पहली बार किसी महिला नेता को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। सूत्रों के मुताबिक, इस पद की दौड़ में दो महिला नेता सबसे आगे चल रही हैं। इनमें केदारनाथ से विधायक आशा नौटियाल और दीप्ति रावत भारद्वाज का नाम प्रमुख है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि ब्राह्मण महिला नेता को अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना अधिक है, जिससे आधी आबादी के प्रतिनिधित्व को मजबूती मिल सके।
चौंकाने वाला निर्णय सामने आने की उम्मीद
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह भी कयास लगाये जा रहे हैं कि आशा नौटियाल को संगठन का अच्छा अनुभव है। हाल ही में उन्होंने केदारनाथ सीट पर कड़ी टक्कर के बाद जीत दर्ज की है। संगठनात्मक समझ और राजनीतिक समीकरणों के हिसाब से वे इस पद के लिए उपयुक्त मानी जा रही हैं। दूसरी ओर उत्तराखंड बीजेपी में महिला नेत्री दीप्ति रावत भारद्वाज को लेकर भी अध्यक्ष बनने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हैं। चौंकाने वाली एंट्री वहीं, दीप्ति रावत भारद्वाज भी इस पद की रेस में अहम भूमिका निभा सकती हैं। जानकारों का मानना है कि पार्टी कोई चौंकाने वाला फैसला ले सकती है, जैसा कि उसने दिल्ली और अन्य राज्यों में किया है।