उत्तरकाशी, 8 अगस्त 2025:
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने की घटना ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। इस प्राकृतिक आपदा में 6 लोगों की जान चली गई, कई घायल हुए और सैकड़ों लोग मलबे में फंस गए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), सेना और ITBP की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। अब तक 400 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है।
धराली में आई इस बाढ़ के कारण स्थानीय निवासियों के साथ-साथ सैकड़ों पर्यटक भी फंस गए थे। हर्षिल से लेकर गंगोत्री तक के क्षेत्र में लगभग 500 पर्यटक फंस गए थे, जिनमें से 307 को रेस्क्यू कर लिया गया है। 8 राज्यों से आए इन पर्यटकों को हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इनमें से 274 लोगों को हर्षिल पहुंचाया गया है, 255 को मातली हेलीपैड लाया गया और 112 को देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतारा गया।
महाराष्ट्र के 31 पर्यटकों से अभी भी संपर्क नहीं हो पाया है। राज्य सरकार उत्तराखंड प्रशासन के साथ संपर्क में है और लापता पर्यटकों की तलाश जारी है। जिन लोगों से संपर्क नहीं हो पाया, उनमें ठाणे, सोलापुर, नासिक, मालेगांव, कांदिवली, मुंबई उपनगर और टिटवाला के पर्यटक शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद ग्राउंड ज़ीरो से स्थिति की निगरानी की और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा की कि राहत कार्यों के लिए चिनूक और MI-17 जैसे भारी हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट टावर लगाए जा रहे हैं और सड़क, बिजली तथा संचार बहाल करने का कार्य तेज़ी से चल रहा है।
रेस्क्यू डॉग्स की मदद से मलबे में दबे लोगों की तलाश भी की जा रही है। प्रशासन का लक्ष्य जल्द से जल्द सभी प्रभावितों को सुरक्षित निकालना और सामान्य जनजीवन बहाल करना है।