नई दिल्ली, 12 जून 2025
बांग्लादेश में जारी हिंसा धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। कट्टरपंथी ताकतों का देश में लगातार बढ़ता वर्चस्व पूरे बांग्लादेश में कहर बन के बरस रहा है। अब इसी के चलते देश के राष्ट्रपिता बंगबंधु मुजीबउर रहमान के अपमान के बाद उपद्रवियों ने महान दार्शनिक और लेखक रवींद्रनाथ टैगोर के पुश्तैनी घर को भी निशाना बनाया। दरअसल बीते दिनों पार्किंग विवाद के बाद यहां उपद्रवियों की भीड़ ने सिराजगंज जिले में स्थित रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर पर हमला कर जमकर तोड़फोड़ की, जिसमें उनके संग्रहालय को भी नुकसान हुआ।
जानकारी अनुसार बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर में कुछ लोगों और कर्मचारी के बीच पार्किंग शुल्क को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद कथित भीड़ ने घर में तोड़फोड़ की। फिलहाल इस घटना के बाद कछारीबाड़ी या रवींद्र स्मारक संग्रहालय के नाम से मशहूर इस ऐतिहासिक स्थल को अस्थायी रूप से जनता के लिए बंद कर दिया गया है।
बता दे कि यह घटना 8 जून को हुई, जब एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ संग्रहालय में आया और कथित तौर पर मोटरसाइकिल पार्किंग शुल्क को लेकर एक कर्मचारी से बहस की। स्थानीय मीडिया के अनुसार, व्यक्ति को उसके बाद एक कार्यालय कक्ष में बंद कर दिया गया और संग्रहालय के कर्मचारियों द्वारा उसके साथ मारपीट की गई। इससे इलाके में लोगों का गुस्सा भड़क उठा।
मंगलवार को स्थानीय लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर इस घटना का विरोध किया। विरोध प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया और भीड़ ने संग्रहालय पर हमला कर दिया। उन्होंने सभागार को क्षतिग्रस्त कर दिया और संग्रहालय के एक निदेशक पर शारीरिक हमला किया। जवाब में पुरातत्व विभाग ने जांच शुरू कर दी है और मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति को पांच कार्य दिवसों के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है।