
काठमांडू/सिद्धार्थनगर, 29 मार्च 2025:
नेपाल की राजधानी काठमांडू में राजतंत्र की बहाली और हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 लोग घायल हो गए। हालात बिगड़ने के कारण प्रशासन ने पांच क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया और सेना की तैनाती कर दी गई है।

प्रदर्शन के दौरान झड़प, गोलीबारी और आगजनी
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को बड़ी संख्या में राजशाही समर्थकों ने राजधानी के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन किया। “राजा लाओ, देश बचाओ” और “भ्रष्ट सरकार मुर्दाबाद” के नारों के साथ प्रदर्शनकारी प्रतिबंधित क्षेत्र नया बानेश्वर की ओर बढ़ने लगे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिससे झड़प शुरू हो गई।
प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले दागे। तिनकुने क्षेत्र में पुलिस ने एक प्रदर्शनकारी पर गोली चला दी, जिससे 29 वर्षीय सविन महर्जन की मौत हो गई। इसके अलावा, एक मीडिया कार्यालय में आग लगने से पत्रकार सुरेश रजक की मौत हो गई।

हिंसा और लूटपाट, त्रिभुवन एयरपोर्ट बंद
स्थिति उग्र होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी और निजी संपत्तियों को निशाना बनाया। जड़ी-बूटी कंपनी में तोड़फोड़ के बाद आगजनी की गई, कोटेश्वर में भाट-भटेनी मॉल के बाहर वाहनों में तोड़फोड़ की गई और मॉल से कीमती सामान लूटे गए। अंतरराष्ट्रीय त्रिभुवन हवाईअड्डे के पास सिना मंगल इलाके में आगजनी के कारण उड़ानों को रोकना पड़ा और कई अंतरराष्ट्रीय विमानों को हवा में होल्ड पर रखा गया।
बालकुमारी क्षेत्र में सेना तैनात
स्थिति पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने पांच प्रमुख क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया है। बालकुमारी क्षेत्र में सेना की एक टुकड़ी भी तैनात कर दी गई है।
प्रधानमंत्री ने बुलाई आपात बैठक
हिंसा को देखते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंत्रिपरिषद की आपात बैठक बुलाई है। वहीं, सत्ताधारी दलों ने प्रदर्शनकारियों की अराजक गतिविधियों की निंदा की है।







