
पटना, 23 मई 2025
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ पर निकले हुए जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने वर्तमान सरकार और सीएम नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। गुरुवार को अपनी बदलाव यात्रा के अंतर्गत प्रशांत किशोर ने सारण जिले के एकमा विधानसभा क्षेत्र में दो जनसभाएं कीं और बिहार में ‘संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन’ का आह्वान दोहराया। ये बैठकें लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार खेल मैदान और अमदढ़ी के करणपुरा स्थित लच्छू बरम बाबा मैदान में हुईं।
मीडिया से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर तीखा हमला करते हुए कहा, “हम उन्हें बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में नहीं पहचानते हैं। जब कोविड-19 के दौरान लाखों लोग पैदल घर जा रहे थे, तब मंगल पांडे नदारद थे। लोगों को इस विश्वासघात को याद रखना चाहिए।” कुछ दिनों पहले पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चूहे के काटने की घटना के बाद मंगल पांडे आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं।
जनता को संबोधित करने से पहले किशोर गोपालेश्वर नाथ धाम गए, जहां स्थानीय निवासियों ने प्रतीकात्मक रूप से उन्हें लड्डुओं से तौला, जो जनता के उत्साह और समर्थन को दर्शाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि चुनाव के समय ही वे किसानों के प्रति चिंता जताते हैं । किशोर ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार दो दशकों से सत्ता में हैं और अब भी किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलता है।’’ किशोर ने राशन कार्ड जारी करने और भूमि रसीद जैसी बुनियादी सेवाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार की निंदा की तथा इसके लिए नौकरशाहों और राजनेताओं दोनों को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा, “नेता और अधिकारी खुलेआम रिश्वत ले रहे हैं जबकि आम लोग परेशान हैं।” उन्होंने मतदाताओं से भ्रष्ट नेतृत्व को नकारने की अपील की: “अगली बार, लालू प्रसाद यादव , नीतीश कुमार या पीएम मोदी के चेहरे को देखकर वोट न दें। अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए वोट करें। बिहार में शिक्षा, रोज़गार और लोगों के शासन के लिए वोट करें।”
बता दे कि किशोर का जन सुराज अभियान पूरे राज्य में जोर पकड़ रहा है, तथा इसमें सत्ता-विरोधी स्वर प्रबल है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सभी दलों की ओर से राजनीतिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। उन्होंने सारण जिले में स्थित जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली सिताबदियारा से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ की शुरुआत की है। वैसे बिहार में जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं राजनीतिक गहमागहमी तेज होते जा रहा है।






