नितिन द्विवेदी
राजाजीपुरम (लखनऊ), 8 नवंबर 2025:
नगर निगम लखनऊ के केसरी खेड़ा वार्ड में बसा विक्रम नगर पिछले तीन दिनों से पेयजल संकट से जूझ रहा है। वॉटर पम्प ठप होने से कॉलोनी के सैकड़ों परिवार बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं, जबकि जलकल विभाग के अधिकारी समस्या पर चुप्पी साधे बैठे हैं। शनिवार को नाराज लोगों ने खाली बाल्टियां लेकर हंगामा किया और जलकल विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
विक्रम नगर में रहने वाले लालता प्रसाद, परमलाल, ललित बहादुर, तेजू, पवन, श्रीराम, कुसलेश, सरवन, उमाशंकर, कटोरी, सरला शर्मा, खुशबू शर्मा, धर्मावती, सीमा देवी और दिलीप कुमार ने बताया कि वॉटर पम्प तीन दिनों से बंद पड़ा है। न मरम्मत शुरू हुई, न कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई। कॉलोनी के लोगों को पीने के पानी के लिए दूर दराज इलाके में भटकना पड़ रहा है।
इलाके में सबमर्सिबल पम्प न होने से संकट और गहरा गया है। लोगों ने पेयजल संकट की समस्या की जानकारी क्षेत्रीय पार्षद को दी। जिस पर पार्षद ने अस्थायी रूप से पानी के टैंकर की व्यवस्था कराई। महिलाओं और बुज़ुर्गों को नीचे सड़क से बाल्टियों व डिब्बों में पानी भरकर घरों तक ढोना पड़ रहा है। परेशान लोगों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि जल्द ट्यूबवेल की मरम्मत नहीं कराई गई तो वे जलकल कार्यालय का घेराव करेंगे।
वहीं जलकल विभाग जोन-5 के अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश तिवारी ने मामले की जानकारी होने से इनकार किया। वहीं केसरी खेड़ा वार्ड पार्षद देवेंद्र सिंह जीतू ने कहा कि वे पिछले दो दिनों में कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन किसी अधिकारी ने सुनना जरूरी नहीं समझा। पार्षद के अनुसार अस्थायी रूप से पानी के टैंकर भेजे गए, मगर अवर अभियंता डी.बी. सिंह अब फोन तक उठाना बंद कर चुके है।






