
नई दिल्ली, 7 मार्च 2025
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि ऐसा समाज बनाने की जरूरत है जहां किसी को भी लिंग, जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव महसूस न हो। गडकरी ने ये टिप्पणियां 8 मार्च को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले महिला परिवर्तनकर्ताओं को “लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर महिला सम्मान” प्रदान करने के लिए आयोजित एक समारोह में कीं।
गडकरी ने कहा, “हमें एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहिए जहां किसी का मूल्यांकन जाति, लिंग, धर्म या सामाजिक स्थिति के आधार पर न किया जाए, बल्कि उसकी प्रतिभा और योगदान के आधार पर किया जाए।” पुरस्कारों की स्थापना मुंबई स्थित कमला अंकीबाई घमंडीराम गोवानी ट्रस्ट द्वारा की गई थी।
गडकरी ने कहा कि दुनिया अब बदल गई है और महिलाओं को लिंग के आधार पर सीमित महसूस नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, “जहां योग्यता है, वहां महिलाएं अग्रणी भूमिका निभा रही हैं और शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों में 75 प्रतिशत महिलाएं हैं।”
केंद्रीय शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महिला सशक्तिकरण और इस संबंध में हरियाणा द्वारा पिछले कुछ वर्षों में की गई प्रगति के बारे में बात की। उन्होंने याद दिलाया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने राज्य में महिलाओं के संबंध में गहरी जड़ें जमाए हुए वर्जनाएं देखीं। खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” पहल से हरियाणा में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान राज्य में महिलाओं को समर्पित 30 पुलिस स्टेशन स्थापित किए गए और इन सभी स्टेशनों का प्रबंधन महिला अधिकारियों द्वारा किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाएं बिना किसी हिचकिचाहट के अपनी शिकायतें आसानी से दर्ज करा सकें।






