
गोरखपुर,17 मार्च 2025
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और आसपास के इलाकों में मौसम ने अचानक करवट ले ली। पिछले तीन दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी के बीच कभी-कभी बादल दिख रहे थे, लेकिन सोमवार सुबह 8 बजे अचानक बादल छा गए और तेज बारिश शुरू हो गई। इस बारिश के साथ 10 से 12 एमएम के ओले भी गिरे, जिससे तापमान में गिरावट आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली। हालांकि, किसानों के लिए यह बारिश नुकसानदायक साबित हो सकती है, क्योंकि गेहूं की फसल पर इसका बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका है। गोरखपुर के अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी बारिश हुई। लखनऊ से लेकर अंबेडकर नगर तक तेज बारिश दर्ज की गई, जिससे मौसम तो सुहावना हो गया, लेकिन कई इलाकों में ओलावृष्टि के कारण किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। अंबेडकर नगर जिले में हल्की बारिश के बाद मौसम खुशनुमा हो गया, लेकिन ओले गिरने से फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका बनी हुई है। लखनऊ और बाराबंकी में भी सुबह अचानक तेज बारिश हुई, जिससे खेतों में खड़ी फसल प्रभावित हो सकती है। आम की फसल पर भी इस बारिश और ओलावृष्टि का असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बदले हुए मौसम और संभावित नुकसान को देखते हुए अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति पर नजर रखें और जरूरतमंद किसानों को सहायता प्रदान करें। इसके अलावा, उन्होंने फसलों के नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी पिछले कुछ दिनों में बारिश और ओलावृष्टि का असर देखने को मिला है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव और अचानक बढ़ी गर्मी के कारण हुई इस बारिश ने आम लोगों को तो राहत दी, लेकिन किसानों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। ओलों के गिरने से खड़ी फसलों को काफी नुकसान हो सकता है, वहीं तेज हवाओं के कारण फसलें गिरने की भी संभावना बनी हुई है। मौसम की इस अप्रत्याशित स्थिति ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि इससे उनकी फसल पर बुरा असर पड़ सकता है।






