नितिन द्विवेदी
लखनऊ, 27 अक्टूबर 2025:
छठ महापर्व के तीसरे दिन सोमवार को राजधानी लखनऊ के विभिन्न घाटों पर आस्था की अनुपम छटा देखने को मिली। पारा के रामबिहार स्थित गौरिल्ला तालाब, विक्रमनगर फ्लाईओवर के पास बने घाट, राजाजीपुरम डबल पुलिया पार्क, बुद्धेश्वर महादेव मंदिर स्थित सीता कुण्ड सरोवर और राजाजीपुरम सेक्टर-11 के शिवधाम सोसाइटी घाट पर दोपहर बाद से ही व्रती महिलाएं परिवार के साथ जुटने लगीं। श्रद्धालुओं ने शाम को डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर खुशहाली की कामना की।
घाटों पर बांस के सूप में मौसमी फल, ठेकुआ और पूजन सामग्री के साथ महिलाएं पारंपरिक छठ गीतों पर थिरकती रहीं। “छठी मइया के दुवरिया…” जैसे गीतों की गूंज, ढोल की थाप और जलते दीपों की रौशनी ने माहौल को पूरी तरह भक्तिमय कर दिया। डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने अपने परिवार और समाज की मंगलकामना की। श्रद्धालुओं ने गन्नों से सुंदर तोरण बनाकर पूजा स्थल को सजाया। हाईमास्ट लाइट, रंग-बिरंगी झालरों और दीपों से गौरिल्ला तालाब सहित सभी घाट प्रकाशमान दिखाई दिए। मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती महिलाएं चार दिवसीय इस कठिन अनुष्ठान का पारण करेंगी।
इस अवसर पर छठेश्वर महादेव सेवा समिति के अध्यक्ष गौतम सिंह, राजकुमार श्रीवास्तव, प्रफुल राय, पार्षद जितेंद्र यादव जीतू, धर्मेंद्र सिंह, पार्षद कौमुदी त्रिपाठी, राजीव कृष्ण त्रिपाठी, रामशंकर राजपूत, राजेश शुक्ला, ज्योति सिंह, अनूप शुक्ला, प्रेम शंकर सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। आस्था के इस महापर्व ने लखनऊ के घाटों को आध्यात्मिक रंग में रंग दिया, जहां हर ओर जय छठी मैया के जयकारे गूंजते रहे।






