नई दिल्ली, 17 मई 2025
इस साल का विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक हुआ जारी हो चुका है, जिसमें भारत की पिछली रैंकिग की स्थिति में कुछ सुधार देखने को मिले है। रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स द्वारा इस साल की रिपोर्ट में 180 देशों ने हिस्सा लिया था जिसमें विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत की रैंकिंग पिछले वर्ष के 159वें स्थान से सुधरकर 151वें स्थान पर आ गई है। फिनलैंड, एस्टोनिया और नीदरलैंड इस सूचकांक में शीर्ष तीन स्थानों पर हैं, जिसमें रैंकिंग को अंतिम रूप देने के लिए दुनिया भर से 5,000 से अधिक व्यक्तियों से प्रतिक्रियाएं मांगी गई थीं।
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के सहायक महानिदेशक थिबॉट ब्रुटिन ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने दुनिया भर में 5,000 उत्तरदाताओं का सर्वेक्षण किया है। इसमें नीति निर्माताओं, पत्रकारों और अन्य हितधारकों सहित विविध समूह शामिल हैं।”
हालांकि ब्रुटिन ने उत्तरदाताओं की पहचान बताने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह विभिन्न विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व करने वाला एक विविध समूह था। भारत में लगभग 900 निजी स्वामित्व वाले टीवी चैनल हैं, जिनमें से आधे समाचार को समर्पित हैं।
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने बताया कि 20 से अधिक भाषाओं में लगभग 1,40,000 प्रकाशन प्रकाशित होते हैं, जिनमें लगभग 20,000 दैनिक समाचार पत्र शामिल हैं, जिनकी संयुक्त प्रसार संख्या 390 मिलियन से अधिक है।
सूचकांक में अमेरिका 57वें स्थान पर है, जो पिछले वर्ष की तुलना में दो स्थान नीचे है। रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने कहा कि यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया (29वां), कनाडा (21वां) और चेकिया (10वां) जैसे उच्च रैंकिंग वाले देशों में भी मीडिया संकेन्द्रण चिंता का कारण है।
रिपोर्टर्स सेन्स फ्रंटियर्स या रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स एक अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी और गैर-सरकारी संगठन है जिसका मुख्यालय पेरिस में है और जो सूचना की स्वतंत्रता के अधिकार की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है।