National

हिरोशिमा को 80 साल, अगला परमाणु हमला कितना भयानक होगा?

हिरोशिमा, 6 अगस्त 2025:
आज से ठीक 80 साल पहले जापान के हिरोशिमा शहर पर 6 अगस्त 1945 को पहला परमाणु हमला हुआ था, जिसने मानवता को झकझोर दिया था। ‘लिटिल बॉय’ नाम का अमेरिकी एटम बम सुबह 8 बजे हिरोशिमा पर गिरा और चंद सेकंड में सबकुछ तबाह हो गया। इस हमले ने न केवल शहर को राख कर दिया, बल्कि आने वाले दशकों तक रेडिएशन के प्रभाव से लाखों लोगों की मौत हुई। आज जब दुनिया उस हमले की 80वीं बरसी पर ठहरी है, एक बड़ा सवाल सामने खड़ा है—अगर आज फिर ऐसा हमला हुआ तो क्या बचेगा?

परमाणु हथियारों की संख्या आज पहले से कहीं ज्यादा है और इनका विनाशक असर पहले से कई गुना अधिक है। इंटरनेशनल कैम्पेन टू एबोलिश न्यूक्लियर वेपन्स (ICAN) के मुताबिक अगर आज 10 या उससे ज्यादा परमाणु बम गिरते हैं तो वैश्विक बारिश में 45% की गिरावट आ सकती है और पृथ्वी का तापमान -7 से -8 डिग्री तक पहुंच सकता है, जिससे पृथ्वी 18 हजार साल पुराने हिम युग जैसी स्थिति में लौट सकती है।

ICAR की रिपोर्ट के अनुसार, अगर किसी परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमला होता है तो 10 किलोटन के विस्फोट से 100% सीज़ियम-137 वातावरण में फैल सकता है, जिससे हजारों वर्ग किलोमीटर क्षेत्र रहने लायक नहीं बचेगा। इतना ही नहीं, अगर रूस और अमेरिका के बीच 500 परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हुआ, तो आधे घंटे में 10 करोड़ से ज्यादा लोग मारे जा सकते हैं। साथ ही, दुनिया की 25% आबादी भुखमरी के कगार पर पहुंच सकती है।

‘बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स’ के अनुसार अगर भारत और पाकिस्तान के बीच 100 परमाणु बमों का आदान-प्रदान हुआ तो 2.7 करोड़ लोगों की तुरंत मौत हो सकती है। इन सभी अनुमानों से स्पष्ट है कि आज का परमाणु युद्ध हिरोशिमा से कहीं ज़्यादा विनाशक और वैश्विक तबाही का कारण बन सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button