लखनऊ, 21 जनवरी 2025:
उत्तर प्रदेश में महिलाओं और किशोरियों में एनीमिया की समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सहजन आधारित योजना शुरू की गई है। गोरखपुर, वाराणसी और झांसी के 35 ब्लॉकों में यह अभियान विशेष रूप से संचालित किया जाएगा।

योजना की मुख्य बातें
• सहजन का उपयोग: सहजन के वृक्षारोपण और उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विशेष नवाचार अपनाए जाएंगे।
• जागरूकता प्रयास: आयुष्मान मंदिर, स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहजन के लाभों पर वॉल पेंटिंग की जाएगी।
• शगुन किट: नवविवाहित दंपति को सहजन के फायदे बताने वाले लीफलेट दिए जाएंगे।
• ऑनलाइन हेल्पलाइन: सहजन से जुड़ी जानकारी के लिए व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9569703306 शुरू किया गया है।
राष्ट्रीय पोषण माह में विशेष पहल
राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान इस योजना की शुरुआत की गई। सिफ्सा और एनएचएम के सहयोग से राज्य स्तर पर सहजन के फायदे बताने वाले पोस्टर और बैनर लगाए जा रहे हैं।
महत्वपूर्ण आंकड़े
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे–5 के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 15 से 49 वर्ष की लगभग 50% महिलाएं और 6 महीने से 5 वर्ष तक के 66% बच्चे एनीमिक हैं। ऐसे में यह योजना महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
योगी सरकार का यह प्रयास न केवल स्वास्थ्य में सुधार लाएगा, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों को मुख्यधारा में लाने में भी मददगार होगा।
