वाराणसी,28 जनवरी 2025
सुभाष ठाकुर, जो वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र के नेवादा गांव का रहने वाला है, पूर्वांचल और मुंबई के कुख्यात माफियाओं में गिना जाता है। कहा जाता है कि दाऊद इब्राहिम ने भी अपराध की बारीकियां सुभाष और उसके गिरोह से सीखी थीं। सुभाष ने मुंबई के जेजे अस्पताल में दाऊद के बहनोई की हत्या का बदला लेने की योजना बनाई थी। उस पर हत्या, रंगदारी और अन्य संगीन मामलों के कुल 10 केस दर्ज हैं। इनमें से एक में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई है, जबकि चार मामलों में वह बरी हो चुका है।
सुभाष ठाकुर 2019 से बीएचयू अस्पताल में किडनी के इलाज के नाम पर भर्ती था। उसने लंबे समय तक खुद को बीमार बताकर जेल जाने से बचने की कोशिश की, लेकिन वाराणसी पुलिस आयुक्त के निर्देश पर गठित डॉक्टरों के पैनल ने उसे पूरी तरह स्वस्थ पाया। इसके बाद सुभाष को बीएचयू से फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया गया, जहां वह अब आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।