
पटना, 21 अगस्त 2025
जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर के एक बयान से बिहार की राजनीति में नई चर्चा शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को बिहार के 40 जिलों का नाम तक नहीं मालूम होगा. जबकि हकीकत यह है कि बिहार में प्रशासनिक रूप से अब भी केवल 38 जिले हैं. ऐसे में सवाल उठने लगा कि क्या प्रशांत किशोर ने बिहार के पुलिस जिलों को भी जोड़कर गिनती कर दी या यह सिर्फ जुबान फिसलने का मामला था.
बिहार में कुल 38 प्रशासनिक जिले और 9 मंडल हैं. लोकसभा की 40 और विधानसभा की 243 सीटें यहां से आती हैं. लेकिन इसके अलावा राज्य में दो पुलिस जिले भी बनाए गए हैं. इनमें भागलपुर जिले के अधीन नवगछिया पुलिस जिला और बेतिया जिले के अधीन बगहा पुलिस जिला शामिल हैं. इन दोनों के लिए अलग से एसपी की पोस्टिंग होती है.
पुलिस जिला मुख्य रूप से कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के लिए बनाया जाता है, जबकि प्रशासनिक जिला का नेतृत्व जिलाधिकारी करते हैं और इसमें विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत सभी विभाग शामिल रहते हैं. बिहार में पुलिस जिलों की शुरुआत 2000 के दशक में हुई थी. बगहा पुलिस जिला 2005 में और नवगछिया पुलिस जिला 2016 में गठित किया गया था.
विशेषज्ञ मानते हैं कि पुलिस जिलों से स्थानीय स्तर पर अपराध नियंत्रण आसान हुआ है, खासकर सीमावर्ती और अपराध प्रभावित इलाकों में. हालांकि संसाधनों और समन्वय की कमी जैसी चुनौतियां भी हैं. प्रशांत किशोर के बयान के बाद यह मुद्दा चुनावी मौसम में और ज्यादा तूल पकड़ गया है.






