
देहरादून, 12 अगस्त 2025:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को अपने कैंप कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी आधारित पांच नई सेवाओं का शुभारंभ किया। इन पहलों में ‘डिजिटल उत्तराखण्ड’ एप, S3Waas प्लेटफॉर्म पर आधारित 66 सरकारी वेबसाइटें, शहरी क्षेत्रों में कूड़ा उठाने वाले वाहनों की रियल-टाइम जीआईएस ट्रैकिंग प्रणाली, 1905 सीएम हेल्पलाइन में एआई नवाचार और अतिक्रमण की निगरानी के लिए वेब-आधारित एप शामिल हैं।

सीएम धामी ने कीं चार प्रमुख घोषणाएं
-नेक्स्ट-जनरेशन डेटा सेंटर की स्थापना, जिसमें डिजास्टर रिकवरी मैकेनिज्म भी होगा।
-उत्तराखंड में शीघ्र ही ‘एआई मिशन’ की शुरुआत, जिसे एक्सीलेंस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।
-नेक्स्ट-जनरेशन रिमोट सेंसिंग एवं ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर का विकास।
-एक विशिष्ट आईटी कैडर की स्थापना के प्रयास।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार “हिल से हाइटेक” के मंत्र पर कार्य कर रही है, जिससे उत्तराखंड न केवल प्राकृतिक सौंदर्य में, बल्कि तकनीकी दक्षता में भी अग्रणी बने। उन्होंने बताया कि ‘डिजिटल उत्तराखण्ड’ एप के माध्यम से लोग घर बैठे अनेक सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे, जिससे पारदर्शिता और गति बढ़ेगी। S3Waas प्लेटफॉर्म आधारित वेबसाइटें सुरक्षित और त्वरित सूचना उपलब्ध कराएंगी। जीआईएस ट्रैकिंग से कचरा उठाने वाले वाहनों की मॉनिटरिंग संभव होगी, वहीं अतिक्रमण ऐप से नागरिक सीधे शिकायत दर्ज कर सकेंगे।
सीएम ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा, ई-हेल्थ सेवाओं, भूलेख डिजिटलीकरण, स्मार्ट क्लासरूम, टेलीमेडिसिन, और “अपणी सरकार” पोर्टल के माध्यम से 886 सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराने जैसे कार्य प्राथमिकता पर हैं। वर्तमान में 95% गांवों में दूरसंचार कनेक्टिविटी पहुंच चुकी है।
इस अवसर पर विधायक खजानदास, प्रमुख सचिव एल फैनई, सचिव नितेश झा, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, नीरज खेरवाल, डॉ. वी षणमुगम, श्रीधर बाबू अदांकी, महानिदेशक यू-कॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, निदेशक आईटी गौरव कुमार (वर्चुअल माध्यम), नगर आयुक्त देहरादून श्रीमती नमामि बंसल के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।






