
सीतामढ़ी,7 नवंबर 2024
सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड में बहने वाली झीम नदी के दोनों किनारे पर एक अनोखा दृश्य देखने को मिलता है। इस नदी के एक किनारे बिहार की महिलाएं और दूसरे किनारे नेपाल के सर्लाही जिले की महिलाएं एक साथ छठ पूजा करती हैं। यह दृश्य भारत और नेपाल के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों और भाईचारे को दर्शाता है। झीम नदी नेपाल से निकलकर भारतीय क्षेत्र के सीतामढ़ी जिले और मुजफ्फरपुर तक बहती है।
नेपाल में छठ पर्व व्यापक रूप से नहीं मनाया जाता, लेकिन बिहार से नेपाल गईं और नेपाल से विवाह करके बिहार आई भारतीय महिलाओं ने इस परंपरा को जीवित रखा है। अब नेपाल की कई स्थानीय महिलाएं भी छठ पूजा में शामिल होने लगी हैं। दोनों देशों का स्थानीय प्रशासन व सुरक्षा बल व्रतियों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखते हैं, जिससे यह त्योहार शांति और सद्भाव के साथ मनाया जाता है, और भारत-नेपाल के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध मजबूत होते हैं।
सोनबरसा के सत्येंद्र कुमार यादव, संदीप कुमार और शंभूनाथ सिंह ने छठ पर्व को दोनों देशों के आपसी भाईचारे और प्रेम का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह अद्भुत त्योहार है, जिसमें उन्हें पहली बार झीम नदी के तट पर भारत और नेपाल के छठव्रतियों को एक साथ देखने का अवसर मिला। यह पर्व दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सद्भाव और स्नेह को दर्शाता है।






