
संभल,3 दिसंबर 2024
शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान 24 नवंबर को हुई हिंसा का मुद्दा लोकसभा में उठा, जहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र और यूपी सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने हिंसा को “सोची-समझी साजिश” बताया और कहा कि यह दिल्ली और लखनऊ की सत्ता की लड़ाई का नतीजा है। अखिलेश ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मस्जिद सर्वे बिना उचित प्रक्रिया के शुरू किया गया, जिससे क्षेत्र का माहौल बिगड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि संविधान का पालन नहीं किया गया और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। अखिलेश ने मांग की कि हिंसा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और याचिका दायर करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।अखिलेश ने कहा कि 24 नवंबर को सर्वे टीम द्वारा दोबारा मस्जिद पहुंचने पर माहौल और बिगड़ गया।
उन्होंने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्थानीय लोगों पर बेवजह लाठीचार्ज और फायरिंग की गई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। अखिलेश ने इसे देश की तहजीब और भाईचारे पर हमला करार दिया और कहा कि यह सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि राजनीतिक साजिश है। उन्होंने लोकसभा में सर्वे और हिंसा की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए इस पूरे मामले को लखनऊ और दिल्ली की सत्ता के संघर्ष का परिणाम बताया।






