सहारनपुर, 29 दिसम्बर 2024
उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर अपनी मौत को फर्जी बनाने और बीमा राशि वसूलने के लिए एक व्यक्ति को अपनी कार में जिंदा जलाकर मार डाला था। यह अपराध सहारनपुर में हुआ, जहां आरोपी, जिसकी पहचान डॉ मुबारक के रूप में हुई, ने भारी कर्ज जमा कर लिया था और अपनी वित्तीय परेशानियों से बचने की कोशिश कर रहा था। पुलिस अब उससे पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, डॉ. मुबारक पर लगभग 30 लाख रुपये का बकाया था और उन्होंने अपने परिवार से बीमा भुगतान का दावा करने के लिए अपनी मौत का नाटक रचने की योजना बनाई थी। यह विचार कथित तौर पर लोकप्रिय अपराध टीवी शो सीआईडी से प्रेरित था, जहां अक्सर इसी तरह की कहानियां दिखाई जाती हैं।
पूछताछ के दौरान पता चला कि 22 दिसंबर को डॉ. मुबारक ने सड़क किनारे एक भोजनालय में सोनू नाम के एक स्थानीय व्यक्ति को आमंत्रित किया था, जो उनके घर नियमित रूप से आता था। सोनू आदतन शराब पीने वाला था, जिसने तुरंत निमंत्रण स्वीकार कर लिया और निश्चित समय पर भोजनालय में पहुंच गया। घटनास्थल पर, डॉ. मुबारक ने कथित तौर पर सोनू के पेय में नशीला पदार्थ मिला दिया, जिसे पीने के बाद वह बेहोश हो गया। एक बार बेहोश होने पर, डॉक्टर ने सोनू को यमुना नहर के पास एक सुनसान जगह पर ले जाया, उसकी कार में आग लगा दी और सोनू अंदर फंस गया और घटनास्थल से चला गया।
अगले दिन सहारनपुर पुलिस को एक जली हुई मारुति 800 कार मिली जिसके अंदर एक जला हुआ शव था। जांच करने पर पुलिस को पता चला कि कार डॉ. मुबारक के पास है। इस बीच, सोनू के परिवार ने पहले ही उसके लापता होने की सूचना दे दी थी, जिससे संदेह पैदा हुआ। पूछताछ के दौरान, डॉ मुबारक ने अपराध कबूल कर लिया और स्वीकार किया कि उसने बीमा धन का उपयोग अपने कर्ज को चुकाने और आर्थिक रूप से स्थिर होने के लिए करने की योजना बनाई थी।
आगे की पूछताछ के दौरान, यह पाया गया कि डॉ मुबारक की पत्नी हत्या से अनजान थी और उसका मानना था कि उसका पति नकली मौत के लिए एक लावारिस शव का उपयोग करने की योजना बना रहा था। पुलिस ने कहा कि इस स्तर पर उसे अपराध से जोड़ने का कोई सबूत नहीं है। फिलहाल मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।