हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 10 दिसम्बर 2024:
कल सोमवार को हमारे ‘The Ho Halla’ वेब पोर्टल पर प्रकाशित एक लेख, जिसमें बच्चों की मासूमियत पर मोबाइल की पकड़ और उसके गंभीर दुष्प्रभावों को उजागर किया गया था।
गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद सस्थापना समापन समारोह में आज इसी विषय पर संज्ञान लेते हुए बच्चों और युवाओं में मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से हो रहे सामाजिक और मानसिक प्रभावों पर ध्यान देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज तकनीक के संयमित और रचनात्मक उपयोग पर जोर दिया। इस अवसर पर करीब 3,000 छात्र मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “तकनीक मानव की सेवा के लिए है, न कि मानव तकनीक का गुलाम बनने के लिए। जो समय हम मोबाइल में खर्च करते हैं, उसे किसी कौशल के विकास में लगाना चाहिए।” उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा, “यदि किसी को नृत्य का शौक है, तो उसमें अभ्यास करें। जिन्हें किताबें पसंद हैं, वे अच्छी किताबें पढ़ें। इस तरह की गतिविधियां न केवल व्यक्तित्व का विकास करेंगी, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करेंगी।”
उन्होंने माता-पिता से भी अपील की कि वे बच्चों को तकनीक के सीमित और सही उपयोग के लिए प्रेरित करें। “तकनीक का सही उपयोग आपके जीवन को बेहतर बना सकता है, लेकिन इसका अतिरेक आपको नुकसान पहुंचा सकता है।”
मुख्यमंत्री योगी का यह संदेश न केवल युवाओं और बच्चों को आत्मनिर्भरता और रचनात्मकता की ओर प्रेरित करता है, बल्कि समाज में तकनीकी संतुलन बनाए रखने का भी आह्वान करता है।