
नई दिल्ली,26 दिसंबर 2024
नई दिल्ली की एक महिला 18 दिसंबर को ऑनलाइन ऑर्डर किए गए सामान में दूध की थैली फटने की शिकायत करने के लिए इंटरनेट पर नंबर सर्च कर बैठी। कॉल करने पर आरोपी ने उनकी बैंक और क्रेडिट कार्ड डिटेल प्राप्त की और अगले दिन उनके खाते से एक लाख रुपये निकाल लिए। जब महिला का बेटा इस फ्रॉड का शक कर बैंक गया, तो पता चला कि 18 दिसंबर को दो बार रकम निकाली गई थी, लेकिन उनके फोन पर पैसे निकलने के मैसेज नहीं आए थे। बैंक कर्मचारी ने अकाउंट फ्रीज करने की सलाह दी और महिला ने अपनी बचत की रकम को सुरक्षित रखने के लिए दो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) करवा ली।
इसके बाद 20 दिसंबर को महिला के बेटे ने देखा कि 15 लाख रुपये वाली FD तोड़ दी गई थी और चार बार में 10.50 लाख रुपये निकाल लिए गए थे। महिला और उनका बेटा फिर बैंक गए, जहां कस्टमर केयर से जानकारी मिलने पर पता चला कि इस स्थिति में अकाउंट ट्रांसफर किया जाना चाहिए था और फोन/इंटरनेट बैंकिंग बंद कर दी जानी चाहिए थी। इस मामले में महिला ने साइबर फ्रॉड की शिकायत की और सुरक्षा उपायों के तहत इंटरनेट के बजाय कंपनियों के ऑफिशियल पोर्टल से नंबर लेने की सलाह दी गई।






