पीएसी के जवानों की तत्परता और मां-बेटे की बहादुरी ने महाकुंभ में अप्रिय घटना बचाई
महाकुंभ नगर, 12 जनवरी 2025
प्रयागराज महाकुंभ के दौरान एक भावुक और साहसिक घटना सामने आई, जिसमें 8 साल की अवनि नामक बच्ची गंगा नदी में गिर गई। यह घटना रविवार शाम को शास्त्री पुल के नीचे घटित हुई, जब अवनि खेलते हुए अचानक नदी में गिर पड़ी। उसे बचाने के लिए मां शालिनी और भाई आयुष्मान ने भी बिना किसी डर के नदी में छलांग लगा दी, जिससे यह स्थिति और भी गंभीर हो गई।
घटना के समय 23वीं वाहिनी पीएसी मुरादाबाद की बाढ़ राहत दल की तैनाती उसी क्षेत्र में थी। जैसे ही यह घटना हुई, पीएसी के जवान जितेन्द्र सिंह राणा, आकिल अंसारी और कृष्ण कुमार ने तुरंत गंगा में कूदकर सभी को बचाने के लिए काम किया। जवानों ने अपनी सूझबूझ और तत्परता से तीनों को नदी से सुरक्षित बाहर निकाला।
पीएसी जवानों की बहादुरी और त्वरित कार्यवाही
रेस्क्यू ऑपरेशन में पीएसी जवानों ने त्वरित कार्रवाई की, जिससे सबकी जान बच गई। इन जवानों ने न केवल अपनी बहादुरी का परिचय दिया, बल्कि नदी के तेज बहाव में भी अपना साहस बनाए रखा।
स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने पीएसी के जवानों की सराहना की और उनकी तत्परता को उच्च मानकों के साथ जोड़ा।
मां-बेटे का साहस और परिवार का अटूट प्रेम
मां शालिनी और उनके बेटे आयुष्मान की बहादुरी ने पूरे घटनाक्रम को और भी भावुक बना दिया। उन्होंने बिना किसी डर के अपनी जान को जोखिम में डालते हुए अपनी बेटी और बहन को बचाने के लिए गंगा में छलांग लगाई। यह कदम केवल परिवार के प्यार और साहस को दिखाता है, और यह भी साबित करता है कि किसी भी संकट में परिवार एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है।
स्थानीय प्रशासन और लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने पीएसी जवानों की बहादुरी को सराहा और कहा कि इस घटना ने दिखाया कि प्रशिक्षित दल किसी भी आपातकालीन स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वहीं, इस घटनाक्रम ने यह भी दिखाया कि जब संकट आता है तो समय पर और सही कदम उठाने से जीवन बचाया जा सकता है। यह घटना यह संदेश देती है कि मुश्किल वक्त में साहस, त्वरित निर्णय और परिवार का प्यार जीवन को बचा सकता है। पीएसी के जवानों की तत्परता और मां-बेटे की बहादुरी ने एक ऐसी दास्तान रची, जिसे हमेशा याद किया जाएगा।