
गोरखपुर, 14 जनवरी 2025:
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) में आयुर्वेद, योग और नाथपंथ पर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित हुई।
इस संगोष्ठी में देश-विदेश के विशेषज्ञों ने भाग लिया। आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति डॉ. ए.के. सिंह ने कहा कि यदि प्रत्येक वैद्य पांच गांवों को गोद ले और वहां आयुर्वेद को बढ़ावा दे तो यह पद्धति हर घर तक पहुँच सकती है।
संगोष्ठी में डॉ. टी. वीररत्न ने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य परिदृश्य में आयुर्वेद की महत्ता को फिर से स्वीकार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद और एलोपैथी के संयुक्त प्रयासों से स्वास्थ्य रक्षा अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
विशिष्ट अतिथि इंग्लैंड से आए आयुर्वेदाचार्य डॉ. वी.एन. जोशी ने कहा कि नाथपंथ ने योग और आयुर्वेद दोनों को आगे बढ़ाया है।
इस संगोष्ठी में सर्वश्रेष्ठ शोध प्रस्तुति के लिए गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉ. अश्विनी नारायण और मेडिकल कॉलेज की डॉ. प्रियंका को सम्मानित किया गया।