प्रयागराज,23 जनवरी 2025
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान 13 अखाड़ों में नागा संन्यासी और महामंडलेश्वर बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। अब तक 30 महामंडलेश्वर और 3500 से अधिक नागा संन्यासियों को दीक्षा दी जा चुकी है। हालांकि, 12 अभ्यर्थी महामंडलेश्वर और 92 नागा संन्यासी बनने की परीक्षा में असफल रहे। जूना, निरंजनी, आवाहन और बड़ा उदासीन अखाड़ों ने इनके आवेदनों को खारिज कर दिया, क्योंकि जांच में उनकी छवि धर्म और परंपराओं के विपरीत पाई गई। कुछ की शैक्षिक योग्यता में भी खामियां मिलीं।
महामंडलेश्वर और नागा संन्यासी बनने के लिए तीन स्तरीय जांच होती है। आवेदकों को जन्मस्थान, पारिवारिक जानकारी, प्रॉपर्टी और कानूनी स्थिति का विवरण देना होता है। अखाड़ों के जिलेदारों और पंच परमेश्वर द्वारा रिपोर्ट की समीक्षा के बाद सभापति अंतिम सत्यापन कराते हैं। निरंजनी अखाड़े में छह, जूना में चार और आवाहन में दो संतों के तथ्यों में गड़बड़ी मिलने के कारण उन्हें पदवी नहीं दी गई। वसंत पंचमी तक दीक्षा प्रक्रिया जारी रहेगी।