अंशुल मौर्य
वाराणसी, 28 जनवरी 2025:
मौनी अमावस्या से एक दिन पहले ही काशी में श्रद्धालुओं का भारी जनसैलाब उमड़ा है। काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर पूरे शहर की सड़कों और गलियों में सिर्फ श्रद्धालुओं का रेला दिखाई दे रहा है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

देव दीपावली से भी अधिक भीड़
प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन दिनों में करीब 35 लाख से अधिक श्रद्धालु वाराणसी पहुंचे हैं। यह संख्या देव दीपावली के आयोजन के दौरान आई भीड़ से भी अधिक है।
होटल-लॉज फुल, नावों की डिमांड बढ़ी
शहर के सभी 3,500 होटल और लॉज पूरी तरह से भरे हुए हैं। 1,200 रुपये प्रति रात के किराए वाले कमरे अब 4,000 रुपये में मिल रहे हैं। गंगा घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। गंगा स्नान के लिए नावों की डिमांड बढ़ने से नाविकों का कारोबार भी चरम पर है।
कारोबारियों के लिए अवसर
शहर के बाजारों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है, जिससे व्यापारियों के लिए यह समय फायदे का सौदा साबित हो रहा है। हालांकि, बढ़ती भीड़ प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है।
आस्था और भक्ति का नया रूप
मौनी अमावस्या के इस पर्व ने वाराणसी को एक नए उत्साह और ऊर्जा से भर दिया है। श्रद्धालुओं की अपार भीड़ और उनकी आस्था ने शहर को एक अलग ही स्वरूप प्रदान किया है। इस भव्य आयोजन के बीच वाराणसी का हर कोना श्रद्धा और भक्ति में डूबा हुआ नजर आ रहा है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए शहर में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तैनात हैं। इसके साथ ही शहर के अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
