
चेन्नई,4 फरवरी 2025
भारतीय रेलवे अब पंबन ब्रिज के नवनिर्मित वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज के उद्घाटन की ओर बढ़ रहा है, जो इंजीनियरिंग के चमत्कार का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह नया ब्रिज मुख्य भूमि भारत के मंडपम शहर को पंबन द्वीप और रामेश्वरम से जोड़ता है। रेलवे अधिकारियों ने हाल ही में तटरक्षक पोत को पुल पार करने की अनुमति देने के लिए पुल के ऊर्ध्वाधर लिफ्ट स्पैन को खोलने का परीक्षण किया है, जो इसके उद्घाटन के संकेत दे रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस ब्रिज का उद्घाटन फरवरी के दूसरे सप्ताह में हो सकता है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।

नया पंबन रेल ब्रिज 2,070 मीटर (6,790 फीट) लंबा वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है, जिसे मौजूदा पंबन ब्रिज के साथ मिलकर 535 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस ब्रिज का डिज़ाइन अंतरराष्ट्रीय कंसल्टेंट TYPSA द्वारा किया गया है, और इसे भारतीय व यूरोपीय कोड के अनुसार तैयार किया गया है। इस ब्रिज में 100 स्पैन होंगे, जिनमें से 99 स्पैन 18.3 मीटर के होंगे और एक 72.5 मीटर का नेविगेशनल स्पैन होगा। इस ब्रिज की विशेषता यह है कि यह मौजूदा ब्रिज से 3 मीटर ऊंचा होगा, और इसमें समुद्र तल से 22 मीटर की नेविगेशनल एयर क्लीयरेंस होगी, जो समुद्री जहाजों के मार्ग के लिए महत्वपूर्ण है।

यह नया पंबन रेल ब्रिज देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है और वैश्विक स्तर पर दूसरा है। इसे चालू करने के लिए रेलवे द्वारा एक काउंटरवेट मैकेनिज्म और कम बिजली की खपत वाले संचालन प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह मैनुअल संचालन से कहीं अधिक कुशल है। अगर किसी जहाज को पुल के नीचे से गुजरने की आवश्यकता होती है, तो समुद्री विभाग और रेलवे के बीच समन्वय करना होता है, और ट्रेन संचालन को लगभग दो घंटे के लिए रोक दिया जाता है। इस नए पुल के साथ, रामेश्वरम द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ने में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया जाएगा, और यह भारतीय रेलवे के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।







