
नई दिल्ली, 14 फरवरी 2025
दिल्ली की निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आप की पकड़ कमजोर पड़ने के तीन दिन के भीतर ही शहर को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, भाजपा ने इस दावे को खारिज कर दिया।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार, दिल्ली में कहीं भी बिजली कटौती नहीं है। उन्होंने आतिशी को चुनौती दी कि वे निराधार बयान देने के बजाय बताएं कि दिल्ली के किन इलाकों में बिजली कटौती हो रही है। उन्होंने बिजली वितरण कम्पनियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के साथ बिजली कटौती लागू करने या मरम्मत में अनावश्यक देरी करने में सहयोग करते हैं, तो नई सरकार बनने पर उन्हें जांच के लिए तैयार रहना चाहिए।
आतिशी ने कहा कि भाजपा दिल्ली को उत्तर प्रदेश बनाना चाहती है, जो घंटों बिजली कटौती के लिए जाना जाता है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली में आप के सत्ता से बाहर होने के तीन दिनों के भीतर शहर के विभिन्न इलाकों से 40 से अधिक बार बिजली कटौती की खबरें आईं और लोगों ने अब इनवर्टर खरीदना शुरू कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आप सरकार के तहत बिजली क्षेत्र पर लगातार नजर रखी जाती थी जो अब भाजपा के सत्ता में आने के तीन दिन के भीतर ही ध्वस्त हो गया है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को शासन करना नहीं आता और वह उत्तर प्रदेश की तरह दिल्ली में भी लंबे समय तक बिजली कटौती की स्थिति पैदा कर देगी।
5 फरवरी को हुए चुनावों में भाजपा ने आप को हराकर 26 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की और 70 विधानसभा सीटों में से 48 पर जीत हासिल की। पार्टी अभी तक दिल्ली में सरकार नहीं बना पाई है। सचदेवा ने आरोप लगाया कि क्या आतिशी और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता बिजली कटौती को लेकर “झूठ और भ्रम” फैलाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा, “पूरी दिल्ली जानती है कि पिछले कई सालों से आप सरकार निजी बिजली वितरण कंपनियों के साथ मिलीभगत करके लोगों का शोषण कर रही है।” उन्होंने कहा, “अब जब भाजपा सरकार सत्ता में आने वाली है, तो कार्यवाहक मुख्यमंत्री साजिश कर रहे हैं और डर पैदा करने की रणनीति अपना रहे हैं।” सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में कहीं भी बिजली कटौती नहीं है और आरोप लगाया कि “कार्यवाहक मुख्यमंत्री और बिजली वितरण कंपनियों ने मिलकर बिजली आपूर्ति में अनावश्यक देरी की है।”






