अंशुल मौर्य
वाराणसी, 14 फरवरी 2025:
काशी और तमिल संस्कृति के गहरे संबंधों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित काशी-तमिल संगमम 3 का उद्घाटन 15 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे। यह 10 दिवसीय आयोजन नमो घाट पर होगा, जिसमें लेखक, शिक्षक और छात्र सहित 1200 प्रतिभागी भाग लेंगे।
इस वर्ष संगमम की थीम “ऋषि अगस्त्य और महाकुंभ” रखी गई है, जिससे दोनों संस्कृतियों के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक संबंधों को उजागर किया जाएगा। ऋषि अगस्त्य का दक्षिण भारतीय चिकित्सा प्रणाली ‘सिद्धा’ में महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। यह आयोजन काशी और तमिलनाडु के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
आयोजन की प्रमुख झलकियां
-प्रतिभागियों के लिए वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या का चार दिवसीय दौरा।
-बीएचयू के ओंकारनाथ ठाकुर सभागार में अकादमिक सत्र, जिसमें काशी और तमिलनाडु के विद्वानों के बीच संवाद होगा।
-काशी विश्वनाथ मंदिर, मां विशालाक्षी और मां अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन-पूजन।
-इस वर्ष पहली बार रामनगर किला भी दर्शाया जाएगा।
-गंगा में बोटिंग और हनुमान घाट स्थित सुब्रमण्यम भारतीजी के आवास का भ्रमण।
-दक्षिण भारत से 100 से अधिक कलाकार आएंगे, जो हर शाम नमो घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।