लखनऊ, 20 फरवरी 2025:
अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस अवसर पर भोजपुरी समाज के मीडिया सलाहकार दिलीप कुमार सिंह और रजनीश कुमार पांडेय भी उपस्थित थे। प्रतिनिधिमंडल ने विधान सभा की कार्यवाही में भोजपुरी भाषा को शामिल करने के निर्णय पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

भोजपुरी भाषा के साथ-साथ अवधी, ब्रज और बुंदेली भाषाओं को भी विधान सभा की कार्यवाही में शामिल किया गया है, जिससे क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियों के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा मिलेगा। इस पहल से हिंदी भाषा को भी मजबूती मिलेगी।
भोजपुरी समाज ने मुख्यमंत्री से भोजपुरी अकादमी के गठन और भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा देने की भी मांग की, ताकि भाषा के संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों को और गति मिल सके। मुख्यमंत्री के इस फैसले से भोजपुरी समाज में अपार उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई है।
अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने बताया कि वे पिछले 40 वर्षों से भोजपुरी भाषा, संस्कृति और लोक कला के संरक्षण और संवर्धन के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने भोजपुरी समाज और इसकी संस्कृति को उपेक्षित रखा था, लेकिन योगी सरकार की इस पहल से क्षेत्रीय भाषाओं को नया सम्मान मिला है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनकल्याणकारी कार्यों की सराहना करते हुए राय ने कहा कि विपक्ष इस निर्णय का विरोध केवल राजनीतिक कारणों से कर रहा है, जबकि यह कदम भाषा और संस्कृति के संरक्षण के लिए मील का पत्थर साबित होगा।