गाजियाबाद, 27 फरवरी 2025
गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के गुलावटी रोड पर बुधवार को मसूरी जा रही एक बस ने कई यात्रियों को टक्कर मार दी, जिससे एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। दुर्घटना का प्रारंभिक कारण ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है, हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि सटीक कारण का पता लगाया जा सके। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दुर्घटना के बाद बस का ड्राइवर और कंडक्टर मौके से भाग गए और गुस्साई भीड़ ने बस में तोड़फोड़ की। पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू कर दी है। मसूरी एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि 26 फरवरी को मसूरी थाने में सूचना मिली कि मसूरी अंडरपास पर एक इलेक्ट्रिक बस के अनियंत्रित होकर बाइक से टकराने से कुछ लोगों की मौत हो गई है। सूचना के आधार पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली, जिसमें पता चला कि इलेक्ट्रिक बस के अनियंत्रित होकर सामने खड़े लोगों और बाइक से टकराने से एक महिला और एक बच्ची समेत दो लोगों की मौत हो गई है। उनके शवों को औपचारिकताएं पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया गया है। दो पुरुष और दो लड़कियों समेत चार लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। उनकी हालत स्थिर है। बस को कब्जे में ले लिया गया है। शांति व्यवस्था बहाल कर दी गई है और यातायात की स्थिति सामान्य कर दी गई है। आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
अपर पुलिस उपायुक्त (यातायात) पीयूष सिंह ने बताया, “जांच में पता चला कि 26 फरवरी को दोपहर करीब सवा दो बजे दिलशाद गार्डन से मसूरी के बीच चलने वाली उत्तर प्रदेश रोडवेज की शटल सेवा की इलेक्ट्रिक बस की बाइक से टक्कर हो गई। बस का चालक बस चालू करके सवारियां बैठाने के लिए मसूरी चौराहे पर खड़ा था। इस दौरान अचानक हैंडब्रेक से उसका नियंत्रण खो गया और बस सड़क किनारे खड़े लोगों से टकरा गई। मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।”
इस बीच, धौलाना के पूर्व विधायक असलम चौधरी मौके पर पहुंचे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपये और घायलों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की अपील की। उन्होंने कहा, “सरकार को घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करना चाहिए क्योंकि दुर्घटना में सरकारी बस शामिल थी।”