लखनऊ, 28 फरवरी 2025
केजीएमयू के गाइनो आंकोलॉजी यूनिट में गर्भाशय कैंसर के ऑपरेशन के लिए अब पारंपरिक ओपेन सर्जरी की जगह लैप्रोस्कोप विधि का उपयोग किया जाएगा। कुलपति कार्यालय के बोर्ड रूम में बृहस्पतिवार को आयोजित 70वीं फाइनेंस व हाई लेवल पर्चेज कमेटी की बैठक में 1.10 करोड़ रुपये की आधुनिक लैप्रोस्कोप मशीन की खरीद का निर्णय लिया गया।
इस नई मशीन के उपयोग से ऑपरेशन के दौरान विशेष दवा डालकर कैंसर से संक्रमित लिम्फोनोड की पहचान कर उन्हें सटीक तरीके से निकाला जा सकेगा। वर्तमान में, मरीजों को सभी लिम्फोनोड निकालने पड़ते हैं, जबकि लैप्रोस्कोप विधि से ऑपरेशन अधिक सुरक्षित होने के साथ-साथ रक्तस्राव और संक्रमण की आशंका भी कम होती है। इसके अलावा, मरीज जल्दी स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाते हैं।
लारी कॉर्डियोलॉजी में नई पहल – कैथलैब की खरीद
केजीएमयू लखनऊ जल्द ही कॉर्डियोलॉजी विभाग में दिल के मरीजों के लिए दो अतिरिक्त कैथलैब भी खरीदेगा, जिसकी कुल लागत लगभग दो करोड़ रुपये आएगी। वर्तमान में विभाग में चार कैथलैब हैं, और नई कैथलैब नए भवन के लिए खरीदी जाएंगी। इस कदम से केजीएमयू लखनऊ का पहला सरकारी संस्थान बन जाएगा, जहाँ कुल छह कैथलैब उपलब्ध होंगी, जिससे दिल के मरीजों को और भी बेहतरीन और सटीक इलाज की सुविधा प्रदान की जा सकेगी।
स्वास्थ्य सेवा में नयी क्रांति की ओर एक कदम
केजीएमयू द्वारा लैप्रोस्कोप मशीन और नई कैथलैब की खरीद से न केवल ऑपरेशन की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि मरीजों को बेहतर परिणाम और त्वरित रिकवरी का लाभ भी मिलेगा। यह पहल संस्थान में आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के महत्व को दर्शाती है और भारतीय सरकारी अस्पतालों में तकनीकी उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
केजीएमयू का यह कदम स्वास्थ्य सेवा में नवाचार को बढ़ावा देने के साथ-साथ मरीजों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है।