
मऊ, 11 मार्च 2025:
यूपी के मऊ जिला जेल में एचआईवी पॉजिटिव बंदियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बीते एक सप्ताह में हुई जांच के दौरान पांच बंदी इस असाध्य बीमारी से ग्रस्त मिले। वहीं चार की टेस्ट रिपोर्ट आनी बाकी है। जेल में पहले से ही नौ बंदी इस रोग का इलाज कर रहे हैं। मरीजों में हो रही इस वृद्धि के पीछे नशे के इंजेक्शन और टैटू गुदवाना बताया जा रहा है।
गत सप्ताह हुए मेडिकल टेस्ट में पांच नए मरीज मिले चार की रिपोर्ट आना बाकी
हालांकि प्रदेश की कई जिला जेलों में एचआईवी से ग्रस्त बंदी मौजूद हैं लेकिन मऊ जिले में इनकी संख्या बढ़ रही है। यहां सलाखों के पीछे मौजूद नौ बंदियों को इसका शिकार पाया गया था। सामान्य तौर पर होने वाली मेडिकल जांच बीते सप्ताह भी कराई गई थी। इसकी रिपोर्ट आने के बाद पांच और बंदी एचआईवी पॉजिटिव निकले हैं। अभी चार की रिपोर्ट आनी बाकी है। हालांकि इनमे भी रोग के लक्षण दिख रहे हैं।
नशे के इंजेक्शन और टैटू से संक्रमित होने की आशंका, जेल प्रशासन ने शुरू की जांच
संक्रमण से मानव शरीर में दाखिल होने वाली इस बीमारी को लेकर जेल प्रशासन भी सवालों के घेरे में है। इसके पीछे कुछ बंदियों की नशे की आदत भी बताई जा रही है। ये लोग इंजेक्शन लगाने के लिए एक ही निडिल का कई बार प्रयोग करते हैं। वहीं जेल प्रशासन ने ये भी कहा कि कुछ कैदियों ने मेले में एक साथ टैटू बनवाये थे उससे भी संक्रमण हो सकता है। फिलहाल एचआईवी पॉजिटिव बंदियों को जरूरी दवाएं और उसी के मुताबिक भोजन भी दिया जा रहा है। जेलर राजेश कुमार का कहना है कि अन्य बंदियों को एचआईवी की रोकथाम के प्रति जागरूक किया जा रहा है।






