
बाराबंकी,12 मार्च 2025
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में 38 मदरसों की मान्यता खतरे में पड़ गई है, क्योंकि इन संस्थानों ने अब तक ‘अपार’ आईडी नहीं बनवाई है, जबकि यह सभी शिक्षण संस्थानों के लिए अनिवार्य कर दी गई है। जिला अल्पसंख्यक अधिकारी बालेंदु द्विवेदी ने बताया कि पूरे प्रदेश में अपार आईडी बनाने का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन रमजान के दौरान कुछ मदरसों के बंद रहने के कारण यह प्रक्रिया धीमी हो गई। विभाग ने कई बार मौखिक रूप से चेतावनी दी थी, लेकिन जब कोई ठोस पहल नहीं हुई तो अब 38 मदरसों को कड़ी चेतावनी जारी की गई है। अगर तय समय पर यह कार्य पूरा नहीं हुआ, तो इनकी मान्यता रद्द की जा सकती है।
‘एक राष्ट्र, एक विद्यार्थी’ की अवधारणा के तहत केंद्र सरकार ने प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक के सभी विद्यार्थियों की ‘अपार’ आईडी बनवाने का निर्देश दिया है, जिससे हर छात्र की शैक्षणिक पहचान बनी रहे। बाराबंकी जिले में जनवरी से यह प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन कई निजी और सरकारी स्कूलों के साथ-साथ मदरसों में भी यह कार्य धीमी गति से चल रहा था। एक माह पहले समीक्षा के दौरान स्कूलों को चेतावनी दी गई, जिससे वहां काम में तेजी आई, लेकिन मदरसों में अपेक्षित सुधार नहीं दिखा। इस लापरवाही को देखते हुए प्रशासन ने अब सख्त रुख अपनाते हुए अंतिम चेतावनी जारी कर दी है।