
संभल,19 मार्च 2025
संभल जिले के शाहबाजपुर गांव में वर्षों से आयोजित होने वाले नेजा मेले को प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी गई है। इस मेले को लेकर दूसरे समुदाय के लोगों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए सैयद सलार मसूद गाजी के नाम पर मेला आयोजित करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया। हालांकि, अब गांव की मेला कमेटी ने सद्भावना मेले के नाम से अनुमति मांगी है, जिस पर प्रशासन विचार कर रहा है।
ग्राम प्रधान जीशान, ग्रामीण जिया अहमद और मेला कमेटी के अन्य सदस्य मंगलवार को एसडीएम वंदना मिश्रा के कार्यालय पहुंचे और 2023 में मिले अनुमोदन का हवाला देते हुए सद्भावना मेले के लिए अनुमति मांगी। एसडीएम ने आवेदन पर विचार करने का आश्वासन दिया है। मेला कमेटी का कहना है कि वे पिछले साल भी सद्भावना नाम से मेला आयोजित कर चुके हैं और इसमें सभी जाति-धर्म के लोग शामिल होते हैं।
पत्रकारों द्वारा जब मेले का नाम बदलने के पीछे की वजह पूछी गई तो कुछ ग्रामीणों ने कहा कि सैयद सलार मसूद गाजी को एक लुटेरे और आक्रांता के रूप में देखा जाता है, जिसने सोमनाथ मंदिर को लूटा था और कत्लेआम किया था। इसी कारण अब मेले का नाम बदल दिया गया है।
संभल के एडिशनल एसपी श्रीश चंद्र ने बताया कि नेजा मेले को लेकर आपत्ति दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि सैयद सलार मसूद गाजी देश के लिए नुकसानदायक कृत्यों में शामिल था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सोमनाथ मंदिर लूटने वाले के नाम पर मेला आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अब यह देखना होगा कि प्रशासन सद्भावना मेले की अनुमति देता है या नहीं।