
लखनऊ, 29 मार्च 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एक युवती ने बिल्डर सतपाल सिंह के खिलाफ शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने और गर्भवती होने पर जबरन गर्भपात कराने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। इसके अलावा पीड़िता ने सतपाल और उसके परिवार पर पांच करोड़ रुपये और लग्जरी कार की दहेज में मांग करने का भी आरोप लगाया है।
पांच साल पहले प्लॉट खरीदने के सिलसिले में हुई थी मुलाकात
पीड़िता के अनुसार, पांच साल पहले प्लॉट खरीदने के सिलसिले में उसकी मुलाकात चिनहट स्थित अशरफ विहार कॉलोनी निवासी बिल्डर सतपाल सिंह से हुई थी। कुछ समय बाद सतपाल ने शादी का प्रस्ताव रखा, और दोनों परिवारों की मुलाकात भी हुई। सतपाल के पिता गिरीश कुमार सिंह, मां पंकज सिंह, भाई यशपाल सिंह और बहन रिवा सिंह ने शगुन भी दिया, जिससे युवती को भरोसा हो गया।
मर्जी के बिना कई बार बनाया शारीरिक संबंध
युवती का आरोप है कि सतपाल ने उसकी मर्जी के बिना कई बार शारीरिक संबंध बनाए। वर्ष 2023 में जब वह गर्भवती हुई, तो सतपाल और उसके माता-पिता ने दवा खिलाकर जबरन गर्भपात करा दिया। इसके बाद शादी की बात पर टालमटोल शुरू कर दी गई और फिर दहेज की मांग रखी गई।
धमकी और ब्लैकमेलिंग का आरोप
पीड़िता ने आरोप लगाया कि गत 16 जनवरी को सतपाल ने उसके साथ गाली-गलौज की। 25 जनवरी को उसने युवती को कार में जबरन बैठाकर पिस्तौल दिखाते हुए धमकी दी कि अगर उसने कोई कदम उठाया तो उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो वायरल कर देगा।
एफआईआर में करीबी रिश्तेदार भी नामजद
एफआईआर में सतपाल के करीबी रिश्तेदार जितेंद्र सिंह को भी नामजद किया गया है। युवती का कहना है कि आरोपी ने 16 मार्च तक शादी का वादा किया था और एक समझौता पत्र पर उसके करीबियों ने हस्ताक्षर भी किए थे। लेकिन बाद में वह अपने वादे से मुकर गया। पीड़िता को आरोपियों से अपनी जान का खतरा भी है।
लखनऊ साउथ जोन के डीसीपी निपुण अग्रवाल के मुताबिक आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। पुलिस साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।
एलडीए के रडार पर बिल्डर का जमीन कारोबार
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के सूत्रों के मुताबिक, सतपाल सिंह लखनऊ के कई इलाकों में जमीन की अवैध खरीद-बिक्री के कारोबार में शामिल रहा है। एलडीए को उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं। पिछले साल चिनहट के पपनामऊ और अनौरा कला गांव में बिना मानचित्र स्वीकृत किए 16 रो-हाउस बनाए गए थे, जिन्हें एलडीए ने सील कर दिया था। कई अन्य मामलों की जांच चल रही है।