
कोलकाता, 5 अप्रैल 2025
पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) को विश्वविद्यालय परिसर में रामनवमी का आयोजन करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह फैसला कई तथ्यों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, जिनमें पिछले साल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान ABVP और वामपंथी छात्र संगठनों के बीच हुई झड़प भी शामिल है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय परिसर में पहले कभी रामनवमी नहीं मनाई गई है।
छात्रों ने 28 मार्च को वाइस चांसलर ऑफिस को आवेदन देकर रामनवमी समारोह की अनुमति मांगी थी, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। इसके बावजूद ABVP ने 6 अप्रैल को किसी भी कीमत पर समारोह आयोजित करने की घोषणा की है। दूसरी ओर, वामपंथी छात्र संगठन SFI ने इस आयोजन का विरोध करने का संकल्प लिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि ABVP को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि परिसर में धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं दी जा सकती। पिछले वर्ष भी मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का हवाला देकर प्रशासन ने आयोजन की इजाजत वापस ले ली थी।
जादवपुर यूनिवर्सिटी को लंबे समय से वामपंथी राजनीति का गढ़ माना जाता है, और यही कारण है कि यह मुद्दा अब राजनीतिक रंग भी पकड़ रहा है। ABVP की पश्चिम बंगाल इकाई के ट्रस्टी बोर्ड के अध्यक्ष शंतनु सिंह ने वामपंथी संगठनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। रामनवमी को लेकर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है और विश्वविद्यालय प्रशासन किसी भी संभावित टकराव से बचने के लिए सतर्कता बरत रहा है।