
संभल, 8 अप्रैल 2025:
सम्भल हिंसा मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) के समक्ष समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क मंगलवार को नखासा थाने पहुंचे। तबीयत खराब होने के बावजूद उन्होंने पेश होकर कानून और संविधान में विश्वास जताते हुए जांच में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। एसआईटी ने उन्हें उनके दिल्ली स्थित आवास पर समन भेजा था।
सांसद बर्क सुबह करीब 11:15 बजे कई अधिवक्ताओं के साथ थाने पहुंचे। पेशी से पूर्व उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “मैं कानून और संविधान में पूर्ण विश्वास रखता हूं। न्यायपालिका पर भी मेरा भरोसा है। तबीयत ठीक नहीं है, डॉक्टर ने आराम की सलाह दी है, लेकिन फिर भी मैं जांच में सहयोग के लिए स्वयं उपस्थित हो रहा हूं।”
नखासा थाने में एएसपी श्रीशचंद और सीओ कुलदीप सिंह ने उनसे ढाई घंटे तक पूछताछ की। पुलिस-प्रशासन की ओर से इस दौरान विशेष सतर्कता बरती गई। एसआईटी ने सांसद को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 35 के तहत नोटिस भेजा था, जिसमें 8 अप्रैल को बयान दर्ज कराने का समय निर्धारित था।
गौरतलब है कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस मामले में सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल को नामजद करते हुए 800 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। सांसद बर्क पर हिंसा से दो दिन पहले भड़काऊ भाषण देने का भी आरोप है। एसआईटी इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।






